रांची। शिक्षण, अनुसंधान, प्रकाशन और अन्य अकादमिक गतिविधियों में आपसी सहयोग के लिए मंगलवार को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची और टोक्यो, जापान के सोका विश्वविद्यालय के बीच एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। इस समझौते से दोनों विश्वविद्यालयों पर कोई अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।
समझौते के तहत दोनों उच्च शिक्षण संस्थान फैकल्टी और कर्मियों का एक्सचेंज कर सकेंगे। मिलकर अनुसंधान और कंसल्टेंसी कर सकेंगे। अकादमिक सूचनाओं और प्रकाशनों का आदान प्रदान करेंगे। दोनों विश्वविद्यालयों के विकास के लिए अन्य संबंधित गतिविधियों में शामिल होंगे। समझौता अगले 5 वर्षों के लिए मान्य होगा। समझौते की शर्तों की समीक्षा के उपरांत समझौते का नवीकरण भी किया जा सकता है। इस समझौते से दोनों विश्वविद्यालयों पर कोई अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।
इस अवसर पर बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह और ऑनलाइन जुड़े सोका विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो योशीहिसा बाबा एवं कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रो राउहेई टनाका ने अपने-अपने विश्वविद्यालय की गतिविधि, उपलब्धि तथा विशेषज्ञता के क्षेत्रों पर प्रकाश डाला।
बीएयू के बोर्ड रूम में समझौता पत्र पर सहमति बनते समय सोका विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ आकाश ओउची, बीएयू के कुलसचिव डॉ नरेंद्र कुदादा, उप कुलसचिव डॉ शैलेश चट्टोपाध्याय, डॉ रमेश कुमार और अपर अनुसंधान निदेशक डॉ पीके सिंह भी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद डॉ शैलेश चट्टोपाध्याय ने किया।