विश्व कैंसर दिवस: तेजी से बढ़ रही है ये बीमारी, जानिए लक्षण से लेकर बचाव तक…

झारखंड
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दैनिक भारत 24.com विशेष

दुनियाभर में पिछले कुछ वर्षों में कैंसर रोग के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, साल दर साल जिस तरह से कैंसर के मामले जिस तरह से बढ़ रहे हैं, ऐसे में आशंका है कि साल 2025 तक भारत में मामले 1.39 (13.9 लाख) मिलियन से बढ़कर 1.57 मिलियन (15.7 लाख) से अधिक हो सकते है।

लोगों में कैंसर को लेकर जागरूकता की कमी और इलाज की अनुपलब्धता के कारण मामलों में इस तरह का उछाल देखने को मिल रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए हर साल 4 फरवरी को ‘विश्व कैंसर दिवस’ मनाया जाता है। 

कैंसर रोग विशेषज्ञों की मानें तो इस रोग के शिकार लोगों की जान बचाई जा सकती है, अगर रोग का पता शुरुआती चरणों में ही लगा लिया जाए, लेकिन समस्या यही है कि ज्यादातर लोगों में इसका निदान ही आखिरी चरणों में हो पाता है।

यही कारण है कि सभी लोगों को कैंसर के लक्षण और इससे बचाव के उपायों को लेकर अलर्ट रहना चाहिए। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में अनियंत्रित रूप कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं। कैंसर, मानव शरीर में कहीं भी शुरू हो सकता है। ये कोशिकाएं ट्यूमर का रूप ले लेती हैं। 

कैंसर दुनियाभर में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। अध्ययनों से पता चलता है कि फेफड़े, स्तन, कोलोरेक्टल, अग्नाशय और प्रोस्टेट को कैंसर का सबसे घातक रूप माना जाता है। सभी लोगों को कैंसर के लक्षणों पर विशेष ध्यान रखना चाहिए।

लक्षण

त्वचा के नीचे असामान्य रूप से गांठ महसूस होना।

अनपेक्षित रूप से शरीर के वजन में कमी होना।

त्वचा में परिवर्तन, जैसे त्वचा का पीला, काला पड़ना या लाल होना, घावों का ठीक न होना।

लगातार खांसी या सांस लेने में तकलीफ खाने के बाद लगातार अपच या बेचैनी महसूस होना।

यदि आप में कैंसर के लक्षणों का संदेह है तो इस बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें। आपकी स्थिति के आधार पर बायोप्सी, इमेजिंग या फिर फिजिकल टेस्ट के माध्यम से कैंसर का पता लगाया जाता है।

जिन लोगों में कैंसर की पुष्टि होती है, उनके रोग के स्टेज के आधार पर इलाज की प्रक्रियाओं को प्रयोग में लाया जाता है। रोग की गंभीरता और स्टेज के आधार पर कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरपी, दवाइयों और सर्जरी को प्रयोग में लाया जा सकता है।

अगर समय पर कैंसर का पता चल जाता है तो रोगी की जान बचाना अपेक्षाकृत आसान हो जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक जीवनशैली, आहार में स्वस्थ बदलाव के साथ कुछ बातों को ध्यान में रखकर आप कैंसर से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।