ट्रांसजेंडर का बनेगा सर्टिफिकेट और आधार कार्ड, मिलेगा आश्रय गृह

झारखंड
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रांची। ट्रांसजेंडर का आधार कार्ड बनेगा। उन्‍हें आश्रय गृह म‍िलेगा। इसकी तैयारी रांची जिला प्रशासन कर रहा है। प्रशासन ट्रांसजेंडर को मुख्यधारा से जोड़ने का लगातार प्रयास कर रहा है। इस कड़ी में 7 फरवरी को उप विकास आयुक्त विशाल सागर में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शत्रुंजय कुमार और ट्रांसजेंडर कम्युनिटी के उत्थान के लिए काम रही एनजीओ दिव्यम ड्रीम्स की कुमुद झा के साथ बैठक की।

इ‍न विषयों पर हुई चर्चा

बैठक में ट्रांसजेंडर कम्युनिटी को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए उनके आधार कार्ड और ट्रांसजेंडर सर्टिफिकेट बनाने, आश्रय उपलब्ध कराने, कोविड-19 टीकाकरण और स्वास्थ्य जांच से संबंधित विषयों पर चर्चा की। उप विकास आयुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को आवश्यक दिशानिर्देश दिए।

कैम्प लगाने का निर्देश

उप विकास आयुक्त विशाल सागर ने ट्रांसजेंडर के आधार कार्ड बनाने, कोविड-19 वैक्सीनेशन और स्वास्थ्य जांच के लिए कैंप लगाने का निर्देश दिया। डीडीसी ने कहा ट्रांसजेंडर समूह में जहां रह रहे हैं, उसके आस पास कैंप लगाने की व्यवस्था करें।

समुदाय में जागरुकता फैलाएं

उप विकास आयुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी और एनजीओ प्रतिनिधि को कहा कि ट्रांसजेंडर समुदाय में उन्हें मिलनेवाले योजनाओं के लाभ को लेकर जागरुकता फैलाएं। उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर्स को ज्यादा से ज्यादा ट्रांसजेंडर सर्टिफिकेट बनवाने के लिए जागरूक करें। उप विकास आयुक्त ने कहा कि अगर किसी के पास ट्रांसजेंडर होने का मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं है, तो 10 रुपये के स्टांप पेपर पर एफिडेविट कर प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया जा सकता है। ट्रांसजेंडर सर्टिफिकेट के लिए नेशनल पोर्टल फॉर ट्रांसजेंडर पर्सन, न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के पोर्टल पर आवेदन करना होता है।

आश्रय गृह का निर्माण

जिला प्रशासन द्वारा ट्रांसजेंडर कम्युनिटी के लिए आश्रय गृह की ओर भी कदम बढाया जा रहा है, इसके लिए उचित जगह ढूंढी जा रही है। उपविकास आयुक्त ने संबंधित अंचल अधिकारी के साथ समन्वय बनाते हुए रिपोर्ट सौंपने का आदेश समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया। ट्रांसजेंडर गृह के निर्माण से वैसे ट्रांसजेंडर जो घर से परित्यक्त हो जाते हैं, उन्हें आसरा मिल सकेगा।