पलामू। स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नामक जानलेवा बीमारी से पीड़ित पलामू जिले की मासूम बेटी सृष्टि की मदद के लिए कोल इंडिया लिमिटेड ने हाथ बढ़ाया है।
इस बीमारी का इलाज काफी महंगा है। इस वजह से सृष्टि के माता-पिता इलाज कराने में सक्षम नहीं थे, तो लोगों से मदद की गुहार लगाई थी। माता-पिता की गुहार पर कोल इंडिया लिमिटेड ने मदद करने का आश्वासन दिया था। अब कोल इंडिया लिमिटेड की मदद से सृष्टि को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया है। वहां उसे गुरुवार को 16 करोड़ का इंजेक्शन लगा है।
सृष्टि के पिता सतीश कुमार ने बताया कि सृष्टि दिल्ली एम्स में भर्ती है और इंजेक्शन लगने के बाद वह ठीक है। उन्होंने कोल इंडिया लिमिटेड के साथ उन सभी लोगों को धन्यवाद दिया है, जिन्होंने उनकी बेटी के इलाज में मदद की है।
दरअसल ढाई वर्ष की मासूम सृष्टि जीवन और मौत के बीच जूझ रही थी। उसका जीवन वेंटिलेटर पर ही गुजर रहा था। कई सरकारी और सामाजिक संस्थाओं से फंड जमा करने की अपील की गई थी। इस बीमारी के इलाज के लिए स्विट्जरलैंड की नोवार्टिस नामक कंपनी इंजेक्शन बनाती है, जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपए है।
पलामू स्थित पाटन के कांके कला निवासी सृष्टि के पिता सतीश कुमार रवि कहते हैं कि उनकी बेटी लंबे समय तक लाइफ स्पोर्ट सिस्टम यानी वेंटिलेटर पर थी। वेंटिलेटर खरीदने के बाद डॉक्टरों की टीम ने एक महीने तक वेंटिलेटर चलाने की ट्रेनिंग दी थी। उन्होंने कहा कि सृष्टि को रोजाना करीब 10 घंटे तक वेंटिलेटर पर रखते थे। सृष्टि की परेशानी को देखते हुए कई लोगों ने मदद को हाथ बढ़ाया।
फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने भी सृष्टि की मदद के लिए अपील की थी और दर्जनों संगठनों की ओर से मदद की गई। इससे सृष्टि को आज इंजेक्शन लग सका है।