योगेश कुमार पांडेय
जमुआ (गिरिडीह)। तिरंगा देश की आन-बान और शान है। इसके लिए देश की सीमा पर कई जवान अपनी जान की कुर्बानी तक दे देते हैं। इसकी शान को कम नहीं होने देते हैं। गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता पर देश भर में तिरंगा शान से लहराता है। कई बार अनजाने में लोग तिरंगा का अपमान भी कर बैठते हैं। झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ प्रखंड के कई युवा तिरंगा की शान को बनाये रखने के लिए एक मुहिम चला रहे हैं।
इस मुहिम में शामिल आकाश कुमार साहा कहते हैं कि हमलोग राष्ट्रीय पर्व मनाते हैं, ताकि उन वीरों के शौर्य गाथाओं को बार-बार दोहरा सकें। उसे याद कर सकें। वर्तमान पीढ़ी को बता सकें। कई बार अनजाने में ही लोग झंडे, वीर शहीद और देश का अपमान करते हैं। 26 जनवरी एवं 15 अगस्त पर झंडा खरीदकर बच्चों के साथ जश्न में शामिल होते हैं। कार्यक्रम खत्म होते हैं झंडा इधर-उधर फेंके देते हैं।
आकाश बताते हैं कि अगस्त, 2018 से हमारी टीम के साथी में 15 अगस्त और 26 जनवरी के अगले दिन कई इलाकों का भ्रमण करती है। इधर-उधर गिरे हुए झंडे को उठा कर लाती है। देश प्रेम का संदेश देती है। पिछले 2 वर्षों हमें एक भी तिरंगा सड़कों पर बिखरा हुआ नहीं मिला है। अब लोग भी इस मुहिम को समझ रहे हैं।
टीम के सदस्यों ने देशवासियों से आग्रह किया है कि संभव हो तो आप हमारी मुहिम को अपने गांव-कस्बों में चलाएं। तिरंगे को सम्मान दें। लोगों को जागरूक करें। इस कार्य में आकाश कुमार साहा के अलावा रवि कुमार, शुभम सौरभ, प्रवीण कुमार, रवि यादव आदि शामिल हैं।