अंचल-2 का मुख्यालय टंडवा में ही रखे जाने को लेकर ग्रामीण गोलबंद

झारखंड
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टंडवा (चतरा)। कोयद और पोकला उर्फ कसियाडीह पंचायत को टंडवा अंचल में रखा जाए। कोयद व कसियाडीह पंचायत को हटाकर ही प्रस्तावित मिश्रोल में अंचल-2 बनाया जाए। इन पंचायतों का मुख्यालय मिश्रौल किए जाने पर भारी असुविधा और समस्या झेलनी पड़ेगी। उक्त बातें ग्रामीणों ने कही है।

विदित हो कि पिछले वर्ष भूमि व राजस्व की अत्यधिक समस्याएं को देखते सरकार द्वारा टंडवा अंचल को अंचल-1 और अंचल-2 में विभाजि‍त किया गया है। टंडवा मध्य क्षेत्र को अंचल-1 में वहीं उतरी क्षेत्र को अंचल-2 में रखा गया है। अंचल-2 का मुख्यालय मिश्रौल है में ले जाने के उद्देश्य से छह पंचायत के ग्रामीणों आंदोलन कर रहे हैं। हालांकि कोयद एवं पोकला उर्फ कसियाडीह पंचायतवासियों की मांग है कि अंचल-2 का मुख्यालय टंडवा में ही रहने दिया जाए। इस उद्देश्य को लेकर गुरुवार को दोनों पंचायत के ग्रामीणों ने पंचायत भवन, कोयद में बैठक की। इसकी अध्यक्षता कुमरांग-कलावासी लव कुश नारायण दास की। संचालन बरकुटेवासी उमेश प्रसाद ने किया।

इसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि उक्त दोनों पंचायत का अंचल मुख्यालय मिश्रौल में बनने पर सड़क पर उतरकर आंदोलन कि‍या जाएगा। उमेश प्रसाद ने कहा कि टंडवा प्रखंड में 19 पंचायत और 96 गांव पड़ता है। कोयद और पोकला उर्फ कसियाडीह पंचायत को यथावत टंडवा अंचल में ही रखने की ग्रामीणों की मांग है। इससे मंत्रालय एवं विभागीय सचिव को अवगत कराया जाएगा। कोयद व कसियाडीह पंचायत को हटाने के बाद ही प्रस्तावित मिश्रोल में अंचल-2 बनाने की मांग की जाएगी।

बैठक में इसमें कोयद के उपमुखिया मुखलाल साव, समाजसेवी मनोज पासवान, केदार गोसाईं, रामजतन राम, सुभाष राम, बरकुटे से समाजसेवी दिगम्बर प्रसाद, युवा नेता नवीन कुमार, कसियाडीह से गोपाल महतो, होन्हे से नवलेश कुमार, उडसु से कुंदन पासवान, कोयद से शंकर शर्मा, शंकर ठाकुर, नागेश्वर साव, संतोष पासवान, रामजतन राम, तुलसी साव, झमलाल साव, दिनेश पासवान, अनिल साव, बिशुन साव, संजय साव, सोपारम से अजय साव, दयानंद सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए।