- जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में लिया गया फैसला
दुमका। होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से चिकित्सीय सलाह दी जाएगी। यह फैसला उपायुक्त की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला आपदा प्रबंधन समिति की 7 जनवरी को हुई बैठक में लिया गया। बैठक में कोविड की तीसरी लहर की रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदम एवं तैयारियों को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा की गई।
बैठक में सर्वप्रथम कोविड-19 की वजह से जिन व्यक्तियों की मौत हो चुकी है, उनके आश्रितों को 50,000 रुपये मुआवजा राशि जाने के बिंदु पर चर्चा की गई। जिला अंतर्गत कोविड-19 संक्रमण से 47 व्यक्तियों की मौत हुई थी। उपायुक्त ने बताया कि 47 व्यक्तियों में से 34 व्यक्तियों के आश्रितों को मुआवजा की राशि उपलब्ध करा दी गई है। शेष आश्रितों का आवेदन प्राप्त होते ही कार्रवाई कर मुआवजा राशि उपलब्ध करा दी जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन कराना सुनिश्चित करें। अधिक से अधिक लोगों का कोविड जांच हो, इसके लिए ब्लॉक स्तर पर भी कोविड सैंपल कलेक्शन फैसिलिटी को और भी स्ट्रांग किया जाएगा।
लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें। भीड़भाड़ वाले स्थानों हाट बाजारों में शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित कराएं। लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने जिलावासियों से कहा कि हमें अत्यधिक सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता है। अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकले। घर से बाहर निकले तो मास्क जरूर पहने। शारीरिक दूरी का पालन अवश्य करें।
उपायुक्त् ने बीडीओ एवं एमओआईसी को निर्देशित किया कि वैक्सीनेशन अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित कर लगाया जाए। होम आइसोलेशन में रहने वाले पॉजिटिव मरीजों को कोविड किट पहुंचाया जाए। वीडियो कॉलिंग के माध्यम से उन्हें कोविड से संबंधित आवश्यकता अनुसार इंस्ट्रक्शन दिया जाए।
बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी सहित अन्य उपस्थित थे।