नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने के लिए किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित 60 साल से ऊपर के लोगों को डॉक्टर का सर्टिफिकेट नहीं दिखाना पड़ेगा। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों से कहा है कि कोविन में दर्ज दूसरी डोज के समय और बूस्टर के समय के बीच 39 सप्ताह का अंतराल होने पर ही बूस्टर डोज दी जाएगी।
जो लोग बूस्टर डोज के लिए योग्य होंगे उन्हें कोविन से एक रिमाइंडर भेजा जाएगा। स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, 15 से 18 साल के किशोरों को केवल कोवैक्सीन ही दी जाएगी। चुनाव वाले राज्यों में चुनावी ड्यूटी पर जा रहे कर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणी में रखा जाएगा।