सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना से 30 लाख किसानों को होगा लाभ, पीएम 11 दिसंबर को करेंगे लोकार्पण

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  • नौ जनपदों की 14 लाख हेक्टेयर भूमि की होगी सिंचाई

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहराइच से गोरखपुर को जोड़ने वाली सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना से नौ जनपदों की लगभग साढ़े 14 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जा सकेगी। पिछले 40 वर्षों से रुकी इस परियोजना को पिछले पौने पांच वर्षों में पूरा कराया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 दिसंबर को इस परियोजना का लोकार्पण बलरामपुर में करेंगे। उक्‍त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का निरीक्षण करते समय कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का प्रारूप वर्ष 1972 में ही बन गया था। तब यह कुछ जनपदों तक ही सीमित था। वर्ष 1982 में इस परियोजना का विस्तार नौ जनपदों तक किया गया। उन्होंने कहा कि वर्ष 1978 से 2017 तक यानी 40 वर्षों तक इस योजना में केवल 52 फीसदी कार्य ही हो पाया। हमारी सरकार आने के बाद इस परियोजना को वर्ष 2017 से 2021 के बीच इस योजना का शेष 48 फीसदी कार्य पूरा कराया गया।

योगी ने कहा कि इस परियोजना में बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, महराजगंज और गोरखपुर समेत नौ जनपदों को जोड़ा गया है। 6623 किलोमीटर लंबी नहर प्रणाली से मिलाने के लिए घाघरा से राप्ती, राप्ती से बाणगंगा, बाणगंगा से रोहिल नदी को जोड़ा गया है। ‘नदी जोड़ों’ अभियान के तहत पूर्वी उत्तर प्रदेश के नौ जनपदों के लगभग 14.50 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी। इन जनपदों के लगभग 30 लाख किसान लाभांवित होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण जनपद बलरामपुर में 11 दिसंबर को करेंगे।

सीएम ने कहा कि सरयू बैराज से सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना शुरू हुई है। इससे पहले घाघरा को सरयू नदी से जोड़कर नहर यहां आ चुकी है। इसके बाद बहराइच से नौ जनपदों को जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि सिंचाई की बेहतर सुविधा देने के लिए प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की है। इसके बाद राज्य सरकारों को व्यापक रूप से धनराशि उपलब्ध कराई गई। हमारी सरकार ने इसका भरपूर लाभ उठाया। सरयू राष्ट्रीय नहर परियोजना पूरी हो सकी। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2014 में किसानों की आय दोगुनी करने का जो संकल्प लिया था, उसी को फलीभूत करने के लिए इस परियोजना को पूरा करने में मदद मिली।