सर्वे में हुआ खुलासा, कोविड के पुराने वेरिएंट्स के मुकाबले ओमिक्रोन से रोग की गंभीरता कम

देश नई दिल्ली
Spread the love

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट्स की तुलना में ओमिक्रोन के कम गंभीर होने के संकेत मिल रहे हैं. साथ ही, फाइजर का टीका इस संक्रमण के खिलाफ कम सुरक्षा देता नजर आ रहा है लेकिन यह अस्पताल में भर्ती होने की संभावना को अब भी कम रखने में कारगर है. बता दें, इस सिलसिले में दक्षिण अफ्रीका में बड़े स्तर पर किया गया एक सर्वे मंगलवार को जारी किया गया है.

स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों को टीके की दो खुराक लग गई थी, उनमें ओमिक्रोन से 33 प्रतिशत सुरक्षा पाई गई. साथ ही, फाइजर टीके की दोनों खुराक ले चुके लोगों के इसी अवधि में अस्पताल में भर्ती होने की दर 70 प्रतिशत कम रही जबकि डेल्टा स्वरूप की लहर के दौरान देश में यह दर 93 प्रतिशत थी.

*सर्वे की जानकारी*

यह स्टडी दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े निजी बीमाकर्ता डिस्कवरी हेल्थ और साउथ अफ्रीकन मेडिकल रिसर्च काउंसिल ने की है. यह विश्लेषण, कोविड-19 जांच में 2,11,000 से अधिक मामलों की पुष्टि होने पर आधारित है. इनमें फाइजर टीके की दो खुराक लगा चुके 41 प्रतिशत वयस्क आबादी शामिल है. इनमें से जांच के 78,000 पॉजिटिव नतीजे 15 नवंबर से 7 दिसंबर के बीच के हैं जो ओमिक्रोन से जुड़े हैं. हालांकि, अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन के नतीजे शुरुआती हैं.