मजदूर की समस्याओं को लेकर टीटीपीएस के समक्ष बैठे 72 घंटे के उपवास पर

झारखंड
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प्रशांत अंबष्‍ठ

गोमिया (बोकारो)। टीटीपीएस परियोजना के प्रशासनिक गेट के समक्ष बुधवार से झारंखड जेनरल कामगार यूनियन के सदस्‍यों ने 6 सूत्री मांगों को लेकर 72 घटे का उपवास शुरू किया। इस अवसर पर यूनियन के अध्यक्ष निखिल सोरेन ने कहा टीटीपीएस प्रबंधन मजदूरों की समस्याओं की समाधान के प्रति गंभीर नहीं है। कंपनी रिकार्ड विद्युत उत्पादन की बात‌‌ करती है। मजदूरों की समस्याओं का समाधान नहीं करने में भी रिकार्ड‌ कायम कर रही है। यह चिंता का विषय है।

अध्‍यक्ष ने कहा कि मजदूरों की मांग को प्रबंधन द्वारा बार-बार अनसुना करने पर बाध्‍य होकर यूनियन के सदस्‍यों को उपवास पर जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि परियोजना में कार्यरत संवेदक मालेमाल हो रहे हैं। मजदूर अपनी मेहनत से राज्य की बेहतरी के लिये विद्युत उत्पादन से जुडे हैं। उन्हे श्रम विभाग द्वारा तय न्यूनतम मजदूरी तक नहीं मिलती है। परियोजना द्वारा उत्पादित विद्युत पूरे झारखंड में रोशनी विखेर रही है, जबकि यहां कार्यरत मजदूरों का जीवन अंधकार मे बीत रहा है। प्रबंधन द्वारा मांगें नहीं मानी गई तो आंदोलन और तेज किया जायेगा।

यूनियन की मांगों में सभी ठेका श्रमिकों को केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मजदूरी का भुगतान करना, कैंटीन में सस्ते दर पर खाना और नाश्‍ता दिलाना, परियोजना में कार्यरत एएमसी मजदूरो को वीडीए और एरियर का भुगतान करना, विस्थापित नौजवानों को आइटीआइ, डिप्लोमा, बीटेक की योग्यतानुसार नियोजन देना, पूर्व में 102 लोगों की हुई फर्जी बहाली को रद्द करना, ललपनिया मे आइआइटी कॉलेज खोलना भी शामिल है।

मौके पर नारायण महतो, योगेंद्र साव, अशोक ठाकुर, विजय सोरेन, अजय‌ सोरेन, रवींद्र टुडू, एतो टुडू, रामचन्द्र मरांडी, संतोष मरांडी, विनोद मरांडी, रामकुमार सोरेन, राजेश मुर्मू, शंकर मरांडी, दशरथ बेसरा, करमचंद हेम्ब्रम आदि मौजूद थे।