पेट्रोल-डीजल की कीमत घटाने पर झारखंड सरकार का जवाब, सदन में कही ये बात

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रांची। झारखंड में पेट्रोल-डीजल की कीमत को लेकर भारतीय जनता पार्टी हेमंत सरकार पर लगातार हमलावर है। वैट में कमी करने की मांग लगातार कर रही है। झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन भी वैट घटाने की मांग कर रही है। इसे लेकर एसोसिएशन ने 21 दिसंबर को हड़ताल की घोषणा भी की है। इसके बीच झारखंड सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमत घटाने को लेकर सदन में जवाब दिया है। इस बाबत भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने सवाल पूछा था।

साफ जवाब नहीं दिया

विधायक ने पूछा कि क्या यह बात सही है कि नवंबर, 2021 में भारत सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर क्रमशः 5 रुपये और 10 रुपये प्रतिलीटर एक्साईज ड्यूटी कम करते हुए सभी राज्यों से भी वैट कम करने का आग्रह किया था। इसके बाद 22 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों ने वैट में कभी की है, लेकिन झारखंड ने अभी तक वैट की दरों में कमी नहीं की है।

सरकार ने जवाब दिया है कि माह नवंबर, 2021 में भारत सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर क्रमशः 5 रुपये और 10 रुपये प्रति लीटर एक्साईज ड्यूटी कम किया गया है।

वैट की दर का जवाब

विधायक ने सवाल किया क्या यह बात सही है कि पेट्रोल-डीजल पर वैट की दर 22 प्रतिशत है और 1 रुपये प्रति लीटर से सहित 25 प्रतिशत हो जाता है।

सरकार ने इसे गलत बताते हुए कहा कि पेट्रोल पर वैट की दर 22 प्रतिशत अथवा 17 रुपये या जो अधिक हो और 1 रुपये सेस निर्धारित है। डीजल पर वैट की दर 22 प्रतिशत अथवा 12.50 रुपये, जो भी अधिक हो और 1 रुपये सेस निर्धारित है।

डीजल की बिक्री घटी

विधायक ने पूछा कि क्या यह बात सही है कि जब झारखंड में वैट की दर 18 प्रतिशत थी, 2015 में राज्य में डीजल की कुल बिक्री 1,45,000 किलोलीटर थी, जबकि वर्तमान में 5 वर्ष बाद वैट की दर 22 प्रतिशत होने से अक्टूबर 2021 में डीजल की कुल बिक्री घट कर 1,23,000 किलोलीटर हो गई है।

इसे सरकार ने गलत करार दिया। जवाब में कहा कि 10 फरवरी, 2021 को डीजल पर वैट की दर 20 प्रतिशत तय की गई था। इसे 24 फरवरी, 2015 को 22 प्रतिशत किया गया था। वर्तमान में 28 जून, 2020 से डीजल पर 22 प्रतिशत अथवा 12.50 रुपये, जो भी अधिक हो। यह निर्धारित है।

वित्तीय वर्ष 2015-16 में डीजल की कुल बिक्री 16.41 लाख किलोलीटर थी। वित्तीय वर्ष 2021-22 में माह अक्टूबर 2021 तक डीजल की कुल बिक्री 9.52 लाख किलोलीटर है। मार्च से मई, 2021 तक कोविड-19 महामारी के कारण बिक्री प्रभावित रही है।

पड़ोसी राज्‍यों से तुलना

विधायक ने पूछा कि क्या यह बात सही है कि झारखंड के पड़ोसी बिहार ने वैट की दर 19 प्रतिशत घटाकर 16.37 प्रतिशत की है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश ने पेट्रोल पर प्रति लीटर 5 रुपये और डीजल पर प्रति लीटर 2 रुपये की दर से वैट घटाया है। पश्चिम बंगाल में वैट 17 प्रतिशत है, जिस कारण बड़े ट्रांसपोर्टर इन्ही पड़ोसी राज्यों से खरीददारी कर रहे हैं। सरकार एवं राज्य के पेट्रोल पंप संचालकों को इससे नुकसान हो रहा है।

सरकार ने इसे आंशिक रूप से स्वीकार किया है। जवाब में कहा है कि कोरोना काल में पेट्रोल एवं डीजल के कर-दर में कोई वृद्धि नहीं की गयी है।

16 दिसंबर, 2021 को पड़ोसी राज्यों एवं झारखंड में कीमत

राज्‍य            पेट्रोल           डीजल

झारखंड        98.42           91.56

बिहार            105.90         91.09

पश्चिम बंगाल  104.67         89.79

उत्तर प्रदेश    95.14           86.68

कीमत घटाने पर ये जवाब

विधायक ने पूछा कि क्या सरकार व्यापक जनहित में राज्य की जनता को मंहगाई से निजात दिलवाने के लिए पेट्रोल-डीजल पर से वैट की दर को कम करने का विचार रखती है। हां, तो कब तक, नहीं तो क्यों?

इसके जवाब में सरकार ने कहा कि वर्तमान में विभाग द्वारा ऐसा कोई प्रस्‍ताव विचाराधीन नहीं है।