रांची। माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने कहा कि भाजपा और आरएसएस देश को ‘शाखा’ की तरह चलाने की कोशिश कर रहे हैं। इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती है। कल हरियाणा के मुख्यमंत्री ने यह बयान दिया कि अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा सार्वजनिक जगहों पर नमाज अदा किया जाना बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। यह बेतुका और सामाजिक सद्भावना को बिगाड़ने वाला है। वह झारखंड स्थित पार्टी कार्यालय में 11 दिसंबर को प्रेस से बात कर रही थी।
करात ने कहा कि मोदी सरकार राष्ट्रीय संपत्ति का मेगासेल लगाकर और निजीकरण की मुहिम चला कर देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का राष्ट्र विरोधी षडयंत्र कर रही है। इसके खिलाफ सभी देशभक्त ताकतों को एकजुट होकर कार्रवाई के मैदान में उतरना पड़ेगा। भाजपा ने किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए कई हथकंडे अपनाए थे, लेकिन किसानों की एकजुटता के सामने उसे मुंह की खानी पड़ी। अब देश का मजदूर वर्ग संघर्षों की नई कतारबंदी खड़ी कर रहा है।
वृंदा ने कहा कि 16 और 17 दिसंबर को बैंक कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल है। इसी तरह 16 दिसंबर को इस्पात उद्योग में अखिल भारतीय हड़ताल और 19 जनवरी को फार्मा उद्योग के कामगारों की हड़ताल है। सभी श्रमिक संघों के आह्वान पर 23 और 24 फरवरी को आयोजित होने वाली देशव्यापी हड़ताल मेहनतकशों के संघर्षों की अगली कड़ी है।
पोलित ब्यूरो सदस्य ने कहा कि एचईसी को बचाने और वहां के विस्थापितों की समस्या का हल निकालने के लिए पार्टी अन्य वामदलों के साथ मिलकर आंदोलन शुरू करेगी।