कोविशील्ड और को-वैक्सीन के बाद अब झारखंड के सरकारी अस्पतालों में लगेगी कोरोना की यह नई वैक्सीन

झारखंड देश सेहत
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पलामू। कोविशील्ड और को-वैक्सीन के बाद सरकारी अस्पतालों में अब कोरोना की नई वैक्सीन जाइकोफ लगेगी। 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को इसका टीका लगाया जाएगा। टीका लेने पर दर्द का एहसास नहीं होगा। टीकाकरण में खराब प्रदर्शन करने के कारण पलामू में जाइकोफ वैक्सीन भेजने का निर्णय लिया गया है।

मेदिनीनगर के सिविल सर्जन कार्यालय सभागार से सिविल सर्जन ने कोरोना की नई वैक्सीन जाइकोफ का ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार ने नई वैक्सीन लांच की है। जाइकोफ नामक नई वैक्सीन एक सप्ताह के भीतर पलामू में उपलब्ध हो जाएगी। 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को इसे देना है। हालांकि पहले से वैक्सीन ले चुके लोगों के लिए यह किसी काम की नहीं है। इसलिए वैसे लोगों को यह वैक्सीन दी जानी है, जिन्होंने पहले से कोविशील्ड या को-वैक्सीन नहीं लगवाई है।

दिलचस्प बात है कि यह वैक्सीन डीएनए बेस्ड है। स्कीन के भीतर इसे दिया जाएगा। लाभार्थी को वैक्सीन लेने के दौरान दर्द भी महसूस नहीं होगा। इंजेक्शन लेने से डरने वाले लोगों के लिए भी यह सहायक है। सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि मशीन के माध्यम से हर बार निडिल बदलकर यह वैक्सीन दी जानी है। इससे तकलीफ नहीं होगी। यह पेनलेस है। यह एक नए तरीके की वैक्सीन है। राज्य सरकार की ओर से पलामू के सिविल सर्जन को वैक्सीन लगाने से संबंधित प्रशिक्षण मिला था।

उन्होंने पलामू के विभिन्न प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया। इस बीच वैक्सीन देने का तरीका बताया गया। कोरोनारोधी वैक्सीन जाइकोफ को लोग तीन डोज में ले सकेंगे। पहली, दूसरी व तीसरी डोज के भीतर 28-28 दिनों का अंतराल होगा।