मृतक ने लड़ा पंचायत चुनाव, सहानुभूति में लोगों ने दिला दी जीत, चुनाव के पहले हो गई थी मौत

देश बिहार
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जमुई। बिहार में आठवें चरण के पंचायत चुनाव में हैरान कर देनेवाला मामला सामने आया है। जमुई के खैरा में एक मृत प्रत्याशी चुनाव जीत गया। दरअसल जमुई के खैरा प्रखंड की 22 पंचायतों में 24 नवंबर को आठवें चरण का मतदान हुआ। 26 नवंबर को मतगणना हुई। इसमें हैरान कर देने वाला मामला तब सामने आया जब हड़खार पंचायत की वार्ड संख्या-2 से पंच पद पर ऐसे प्रत्याशी की जीत हुई, जिसकी मौत 20 दिन पहले ही हो गई थी।

बताया जाता है कि वार्ड संख्या-2 से पंच पद के लिए दो लोगों ने नामांकन दाखिल किया था। सोहन मुर्मू तथा मूरा हेंब्रम। इसी बीच प्रत्याशी सोहन मुर्मू की मौत छह नवंबर को बीमारी से हो गई। मौत के बाद लोगों में उसके प्रति सहानुभूति हो गई और सबने जमकर वोट किया। 26 नवंबर को मतगणना हुई, तो सोहन जीत गया। उसे 148 वोट मिले, जबकि प्रतिद्वंदी मूरा हेंब्रम को 126 वोट मिले।

इस संबंध में प्रखंड निर्वाचन पदाधिकारी व बीडीओ राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि प्रत्याशी की मौत की सूचना आधिकारिक तौर पर किसी ने नहीं दी थी। इस कारण नाम नहीं हटाया गया था। प्रत्याशियों की सूची में उसका नाम दर्ज हैं। इसकी जांच कराई जाएगी। अगर चूक हुई होगी, तो सुधार किया जाएगा। सामान्यतया ऐसी चूक नहीं होती है। मृतक के संबंधी रमण ने बताया कि सोहन मुर्मू लंबे समय से बीमार था। बीमारी के कारण छह नवंबर को उसकी मौत हो गई।

इससे पहले सोहन हरखार पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या-2 से पंच पद के लिए नामांकन दाखिल कर चुका था, लेकिन आसामयिक निधन के कारण वह अपना चुनाव चिह्न नहीं ले पाया था और न ही अपने लिए प्रचार कर पाया। लोगों ने बताया कि मौत की मौखिक सूचना बीडीओ को भी दी गई थी। उसके बाद 24 नवंबर को मतदान हुआ, तो बैलेट पेपर में उसका नाम और चुनाव चिह्न था। इस कारण सबने वोट दिया।

मृतक के पिता दशरथ मुर्मू ने बताया कि सोहन की शादी साल 2019 में अनीता मुर्मू से हुई थी। उसकी दो साल की बच्ची सोनाली मुर्मू है। उन्होंने भी बताया कि सोहन की मौत की सूचना बीडीओ को मौखिक रूप से दी गई थी।