देव दीपावली पर वाराणसी के घाट 15 लाख दीयों से होंगे जगमग, पहली बार कन्याएं मां गंगा की उतारेंगी आरती

उत्तर प्रदेश देश
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वाराणसी। कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली का पर्व मनाया जाता है। कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि यानी देव दीपावली पर्व पर पवित्र नदियों गंगा-यमुना के घाटों पर लोग दीपक जलाते हैं। आज के दिन देव दीपावली वाराणसी के गंगा घाट पर दियों के साथ इस पर्व को खास तरीके से मनाया जाता है। भगवान शिव की नगरी में कन्याएं पहली बार मां गंगा की महाआरती उतारेंगी।

गंगोत्री सेवा समिति की ओर से गंगा आरती के इतिहास में पहली बार पांच कन्याएं आरती करेंगी। पांच कन्याओं के अलावा 21 बटुक और 42 रिद्धि-सिद्धि महाआरती में शामिल होंगी। प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर महाआरती का आयोजन किया जा रहा है। मां गंगा का 151 लीटर दूध से अभिषेक होगा और असंख्य दीप दान किया जाएगा। वहीं घाट पर 11 हजार दीप जलाए जाएंगे और विद्युत झालर व फूलों से भव्य सजावट की जाएगी।

108 किलो अष्ट धातु की मां गंगा की चल प्रतिमा का 108 किलो फूल से महाश्रृंगार किया जाएगा। देव दीपावली पर मां गंगा की महाआरती में नारी शक्ति की अद्भुत तस्वीर भी देखने को मिलेगी। इस वर्ष भव्य देव दीपावली के अवसर पर आयोजित होने वाली भव्य महाआरती का प्रारंभ कुल 51 कन्याओं द्वारा मां गंगा की आरती से किया जाएगा। शहीद सैनिकों को भागीरथी शौर्य सम्मान और परिजनों को 51-51 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। देव दीपावली के मुख्य अतिथि गंगा टास्क फोर्स के लेफ्टिनेंट जनरल राना और विशिष्ट अतिथि अनुराधा पौडवाल होंगी।

21 ब्राह्मणों द्वारा भगवती मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन किया जायेगा। अस्सी से राजघाट तक 84 घाटों के बीच 22 से अधिक जगहों पर गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा। शहर से लेकर गांव, घाट और नदियों के किनारों को रौशनी से सजाने की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। चेतसिंह घाट, राजघाट पर लेजर शो दिखाया जाएगा। साथ ही गंगा घाट 15 लाख दीयों से जगमग होंगे।