नई दिल्ली। केंद्रीय कैबिनेट में तीनों कृषि कानूनों को वापस करने वाले बिल को हरी झंडी मिल गई है। प्रधानमंत्री ने प्रकाश पर्व के मौके पर देश के नाम अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था।
हालांकि इसके बावजूद किसान अपने आंदोलन को खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं। लखनऊ में हुई किसान महापंचायत में किसानों ने कहा कि खेती के काले कानून वापस करना ही काफी नहीं है, जब तक MSP गारंटी कानून नहीं बनता आंदोलन चलता रहेगा। किसान नेता राकेश टिकैत के मुताबिक, तीनों कृषि कानून रद्द कराना हमारी कई मांगों में से एक था।