टाटा आर्चरी एकेडमी के पूरे हुए 25 साल, तीरंदाज सम्‍मानित

खेल झारखंड
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जमशेदपुर। टाटा स्टील स्पोर्ट्स डिवीजन द्वारा स्थापित टाटा आर्चरी एकेडमी (टीएए) आज 25 साल की हो गयी। एकेडमी का औपचारिक उद्घाटन 4 अक्टूबर, 1996 को टाटा संस के पूर्व डायरेक्टर डॉ जमशेद जे ईरानी द्वारा किया गया था। डॉ ईरानी जमशेदपुर के जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के जेएफसी मीडिया रूम में आयोजित एकेडमी के रजत जयंती समारोह के मुख्य अतिथि थे।

 इस अवसर पर डॉ ईरानी ने एकेडमी के साथ अपने जुड़ाव को याद किया। एकेडमी की स्थापना के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, ‘टीएए की स्थापना देश में तीरंदाजी को बढ़ावा देने और हमारे प्लांट और माइंस संचालन के दूरदराज के क्षेत्रों में छिपी प्रतिभा को खोजने के लिए की गई थी। मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि यह अपनी उम्मीदों पर खरा उतरा है।‘

वाइस प्रेसिडेंट (कॉर्पोरेट सर्विसेज) चाणक्य चौधरी ने कहा, ‘टीएए स्थानीय खेल प्रतिभाओं का पोषण कर रहा है। विश्व स्तर के एथलीट बनने के लिए तीरंदाजों को केवल कुछ औपचारिक प्रशिक्षण के साथ हल्के से पुश की जरूरत थी। एकेडमी देश के भीतरी इलाकों से प्रतिभा खोजने में सहायक रही है। यह तीरंदाजी के क्षेत्र में निवेश जारी रखेगी और भविष्य के प्रयासों में उत्कृष्टता हासिल करने का प्रयास करेगी।’

टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी ने अद्वितीय आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए टीएए के प्रयासों की सराहना की, जिससे कैडेटों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में पदक जीतने में मदद मिली है।

25वें वर्षगांठ समारोह में डॉ ईरानी ने तीरंदाज कोमलिका बारी और अंकिता भकत को सम्मानित किया। कोमलिका बारी ने 2016 में टाटा आर्चरी एकेडमी में दाखिला लिया था और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी पहचान बनाई थी। कोमोलिका ने 2019 में मैड्रिड, स्पेन में आयोजित विश्व तीरंदाजी युवा चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। उसने 2021 में ग्वाटेमाला में आयोजित तीरंदाजी विश्व कप में भारतीय महिला रिकर्व तीरंदाजी की ‘टीम श्रेणी’ में भी स्वर्ण पदक जीता था। ।

अंकिता भकत 2014 में टीएए में शामिल हुई थी। 2021 तीरंदाजी विश्व कप में उसने भारत की रिकर्व महिला टीम के हिस्से के रूप में स्वर्ण पदक और भारत की रिकर्व मिश्रित टीम में कांस्य पदक जीता था। 2021 में हुंडई तीरंदाजी विश्व कप के फाइनल में उसने महिला टीम के हिस्से के रूप में मेक्सिको को 5-1 से हरा कर स्वर्ण पदक जीता।

दोनों तीरंदाजों को यूएसए में हो रही सीनियर तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया है।

आज के समारोह के अंत में चीफ (प्रोटोकॉल ऐंड स्पोर्ट्स) फरजान हीरजी ने धन्यवाद करते हुए टीएए को इसके सभी प्रयासों में और तीरंदाजी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने में सहयोग देने के लिए राष्ट्रीय तीरंदाजी संघ और झारखंड तीरंदाजी संघ का आभार प्रकट किया। उन्होंने टाटा स्टील, टीएए और टीडब्ल्यूयू के अथक समर्थन के लिए पूर्व और वर्तमान प्रबंधन को भी धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर टाटा स्टील के पूर्व डिप्‍टी एमडी (स्टील) डॉ टी मुखर्जी, उपाध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन शैलेश कुमार सिंह, महासचिव, भारतीय तीरंदाजी प्रमोद चंदूरकर, चीफ स्पोर्ट्स एक्सीलेंस सेंटर्स, टीएफए ऐंड स्पोर्ट्स, मुकुल विनायक चौधरी समेत टाटा स्टील समूह की विभिन्न कंपनियों के हेड, टीएए के पूर्व और वर्तमान कोच, तीरंदाज और कैडेट आदि उपस्थित थे।