टीकाकरण के प्रति अधिकारी गंभीर नहीं, मात्र 54 फीसदी को लगा है पहला डोज

झारखंड सेहत
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पलामू। कोरोना के प्रसार को रोकने और जिलेवासियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के उद्देश्य से विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिले में कोविड-19 टीकाकरण में 18+ के आयु वर्ग के व्यक्तियों में 54 प्रतिशत को प्रथम डोज और केवल 14 प्रतिशत व्यक्तियों को ही द्वितीय डोज दिया गया है। इसे लेकर उपायुक्त शशि रंजन ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सिविल सर्जन एवं प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को इस आंकड़े में बढ़ोतरी लाने के लिए हर संभव प्रयास करने को लेकर निर्देशित किया है।

उपायुक्‍त ने टीकाकरण में शिथिलता बरतने वाले पदाधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। वे प्रत्येक शनिवार को टीकाकरण की समीक्षा करेंगे। इसमें अपेक्षित प्रगति नहीं करने वाले पदाधिकारियों को चिन्हित करते हुए उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।

उपायुक्त ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को विभाग से प्राप्त चारों टीकाकरण एक्सप्रेस का समुचित उपयोग करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को टीकाकरण एक्सप्रेस के माध्यम से  प्रतिदिन कम से कम 1000 व्यक्तियों का टीकाकरण कराने की बात कही।

उपायुक्त ने जिले के गर्भवती एवं लैक्टेटिंग मदर से भी टीकाकरण कराने की अपील की। उन्होंने कहा कि गर्भवती एवं लैक्टेटिंग मदर दोनों के लिए टीका पूरी तरह सुरक्षित है। बीते 28 अक्टूबर को मनातू की नवडीहा पंचयात के ग्राम घंगरी में चार गर्भवती महिलाओं को टीका दिया है। वे सभी पूरी तरह से सुरक्षित हैं। वहीं, 15वें वित्त आयोग की नावा बाजार की कनीया अभियंता, जो कि खुद एक लैक्टेटिंग मदर है उन्होंने भी वैक्सीन लिया है। इसके अलावे कई अन्य गर्भवती महिलाओं ने भी टीका लिया है। सभी महिलाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं।