बरहेट (साहेबगंज)। अपने दो दिवसीय दौरे पर संताल गए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अफसरशाही पर दो टूक कहा। उन्होंने कहा कि जो पदाधिकारी जनता की नहीं सुनेंगे, उन्हें सरकारी सेवा में रहने का कोई अधिकार नहीं है। सरकार उन्हें बाहर का रास्ता दिखाएगी।
उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र बरहेट में तीन सभाओं बरहेट के हेसा घुटू, बोआरीजोर के राजाभिट्ठा और पतना के कुंवरपुर फुटबॉल मैदान में लोगों को संबोधित किया। साथ ही करोड़ों की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि जब पूरे देश में ऑक्सीजन का अकाल पड़ा, तो झारखंड से ऑक्सीजन भेजकर देशवासियों की मदद की गई। कोरोना संक्रमण के कारण वे लोग जिस रफ्तार से बढ़ना चाह रहे थे, उसमें अवरोध आ गया था। अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। अब जनता का कार्य काफी तेजी गति से होगा। अब टीकाकरण तेजी से चल रहा है। इसका लाभ लोगों को मिलेगा।
गांव में अब महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। लोगों को आत्मनिर्भर बनकर विकास करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि धोती-साड़ी की क्वाालिटी में गड़बड़ी हुई तो पदाधिकारी दंडित होंगे। विधवा पेंशन के लिए राशन कार्ड आदि की आवश्यकता नहीं रहेगी। स्कूली बच्चों को मिड-डे मील में सप्ताह में छह दिन अंडा मिलेगा।
युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की विशेष प्राथमिकता होगी। जरूरतों के हिसाब से सरकार योजनाएं बना रही हैं। सीएम ने कहा कि यह जनता की सरकार है। जनता की आकांक्षाओं, उम्मीदों और जरूरतों को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाकर उसे धरातल पर उतारने का काम किया जा रहा है। नई योजनाएं और नीतियां बनाई जा रही हैं ताकि राज्यवासियों को उसका पूरा लाभ मिल सके।