बीएयू के डॉ उदय कुमार सिंह को मिला बेस्ट केवीके साइंटिस्ट अवार्ड

झारखंड
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रांची। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में झारखंड के कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) के वैज्ञानिकों ने भाग लिया। इसमें वैज्ञानिकों ने झारखंड में कृषि की विभिन्न समस्याओं पर आधारित शोध पत्र प्रस्तुत कि‍या। इसके निदान के चर्चा में भाग लिया।

मौके पर चतरा केवीके के प्रभारी डॉ रंजय कुमार सिंह ने मशरूम की व्यावसायिक खेती की समस्या, डॉ विनोद पांडे और डॉ वीपी राय ने सरसों खेती के विस्तारीकरण में बाधा एवं धरमा उरांव ने जिले में अरहर फसल की उत्पादन व उत्पादकता में वृद्धि की संभावना पर शोध-पत्र प्रस्तुत किये। पलामू केवीके के प्रभारी डॉ राजीव कुमार ने पलामू में उन्नत कृषि तकनीकी का प्रसार और पेटरवार (बोकारो) केवीके के प्रभारी डॉ उदय कुमार सिंह ने बोकारो जिले में कृषि प्रसार के नये आयामों के प्रसार पर शोध पत्र प्रस्तुत किये। सेमिनार में केवीके विकास भारती, गुमला एवं केवीके आरके मिशन, रांची के वैज्ञानिक ने भी भाग लिया।

सेमिनार के समापन समारोह पर बुधवार को सोसाइटी की ओर से केवीके (पेटरवार) बोकारो के प्रभारी डॉ उदय कुमार सिंह को बेस्ट केवीके साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार यूपी सरकार के मंत्री मनीष जयसवाल और आईसीएआर (नई दिल्ली) के उप महानिदेशक (प्रसार) डॉ एके सिंह ने संयुक्त रूप से प्रदान किया।

डॉ उदय को यह सम्मान केवीके माध्यम से बोकारो जिले में दलहन एवं तेलहन फसलों के अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण से आच्छादन एवं उत्पादन में वृद्धि, सीड हब के माध्यम से दलहन एवं तेलहन फसलों के बीज उत्पादन को बढ़ावा देने और नव अभिनव कृषि तकनीकों के प्रसार से किसानों की आय में बढ़ोतरी में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया।

यह सेमिनार इंडियन सोसाइटी ऑफ एक्सटेंशन एजुकेशन, नई दिल्ली ने बांदा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय और ग्लोबल कम्युनिकेशन रिसर्च एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में 4 से 6 अक्टूबर तक हुआ था।

कुलपति डॉ ओएन सिंह ने केवीके वैज्ञानिक को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलने पर हर्ष व्यक्त किया है। केवीके वैज्ञानिकों को बेहतर प्रदर्शन करने की शुभकामना दी है। निदेशक प्रसार डॉ जगरनाथ उरांव, अपर निदेशक प्रसार डॉ एस कर्मकार और केवीके वैज्ञानिकों ने भी बधाई दी है।