रांची (झारखंड)। कोल इंडिया की सहायक कंपनी सीसीएल ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के पहले छह माह में उत्पादन एवं प्रेषण में 25% की वृद्धि दर्ज की है। कंपनी के मुताबिक सीएमडी पीएम प्रसाद के नेतृत्व एवं निदेशकों के मार्गदर्शन में कंपनी उत्पादन और प्रेषण को लगातार बेहतर कर रहा है।
सीसीएल ने पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में चालू वर्ष के पहले छह महीने में उत्पादन और उठाव/प्रेषण में 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। कोयले की मांग में अचानक आए तेजी के कारण सीसीएल प्रबंधन पूरे श्रम-शक्ति उपयोग एवं नवीनतम तकनीकी को अपनाते हुए कोयला उत्पादन, प्रेषण, उत्पादकता आदि को बढ़ाने के लिए संकल्पित है।
सीसीएल ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के प्रथम छह माह में 20.26 मिलियन टन उत्पादन किया था। वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रथम छह माह में यह बढ़कर 25.35 एमटी हो गया। यह 25 प्रतिशत अधिक है। कोयला प्रेषण में पिछले वित्तीय वर्ष के प्रथम छह माह में 26.95 एमटी था, जो बढ़कर चालू वर्ष में 33.66 एमटी हो गया है। यानी वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले छह महीने में उत्पादन और उठाव एवं प्रेषण दोनों में 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
प्रबंधन के मुताबिक पावर प्लांट्स को कोयले की आपूर्ति बढ़ायी जा रही है, ताकि देश में बिजली संकट नहीं हो पाए। कोल इंडिया के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल स्वयं लगातार इसकी निगरानी कर रहे हैं।
ज्ञातव्य हो कि सीसीएल ने प्रत्येक शनिवार को ‘प्रेषण दिवस’ के रूप में मनाने का संकल्प लिया है। साथ ही पर्यवेक्षकों एवं कोयला कर्मियों के कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। कंपनी के निदेशक स्वयं कोयला खदानों का दौरा कर रहे हैं, ताकि कोयले का उत्पादन एवं प्रेषण बिना किसी बाधा के तेजी से चलता रहे।