बकोरिया मुठभेड़ में सच्चाई के करीब पहुंची सीबीआई, टॉप लेवल के अधिकारी पहुंचे पलामू

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पलामू। पलामू कथित बकोरिया मुठभेड़ की जांच एक बार फिर से तेज हो गई है। मुठभेड़ की जांच करने सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर, डीआइजी और एसपी पलामू पहुंचे हैं। हाई कोर्ट ने करीब एक महीने पहले कथित बकोरिया मुठभेड़ के बारे में स्टेटस मांगा था। मामले में नवंबर के पहले सप्ताह में हाई कोर्ट में सीबीआई स्टेटस रिपोर्ट सौंपने वाली है।

आठ जून 2018 को पलामू में कथित बकोरिया मुठभेड़ हुई थी। इस कथित मुठभेड़ में माओवादियों का टॉप कमांडर आरके यादव उर्फ डॉक्टर समेत 12 लोगों की जान गई थी। मारे गए लोगों में चार बच्चे भी शामिल थे। इसी घटना में आरके का बेटा और भतीजा भी मारा गया था। मुठभेड़ में मारे गए एक पारा शिक्षक के पिता जवाहर यादव मामले को लेकर हाई कोर्ट गए थे।

2018 में हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। वर्ष 2018 के इस कथित मुठभेड़ की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई की टीम ने कथित बकोरिया मुठभेड़ के दौरान पलामू के सतबरवा थाना के प्रभारी मोहम्मद रुस्तम को भी पलामू बुलाया है। मोहम्मद रुस्तम पलामू पहुंच चुके हैं। सीबीआई की टीम घटनास्थल का जायजा ले रही है। कथित बकोरिया मुठभेड़ की जांच सीबीआई पिछले तीन वर्षों से कर रही है।

जानकारी के अनुसार जांच के दौरान सीबीआई सच्चाई के काफी नजदीक पहुंच चुकी है। अगले एक-दो महीने में सीबीआई पूरे मामले में चार्जशीट दाखिल कर सकती है। सीबीआई पिछले एक महीने के दौरान झारखंड के तत्कालीन डीजीपी डीके पांडेय से पूछताछ कर चुकी है। वहीं सीआरपीएफ के टॉप अधिकारी से पूछताछ दिल्ली में हुई है। कोविड-19 काल के बाद कथित बकोरिया मुठभेड़ की जांच ने एक बार फिर से तेज गति पकड़ी है।

कथित बकोरिया मुठभेड़ की जांच के लिए पहली बार सीबीआई के टॉप अधिकारी पलामू पहुंचे हैं। सीबीआई के टॉप अधिकारी रीक्रिएशन ऑफ क्राइम सीन और एफएसएल जांच के लिए इससे पहले पहुंचे थे। पहली बार ज्वाइंट डायरेक्टर रैंक के अधिकारी इस मुठभेड़ की जांच करने के लिए पलामू में कैंप कर रहे हैं।

बकोरिया मुठभेड़ को लेकर एफआईआर दर्ज करवाने वाले तत्कालीन सतबरवा प्रभारी अपने बयान से पूरी तरह पलट चुके हैं। बकोरिया मुठभेड़ को लेकर सीबीआई ने अब तक 350 से भी अधिक लोगों के बयान को कलमबद्ध किया है। सीबीआई ने मामले में कई मीडिया कर्मियों से भी पूछताछ की है।