मुंबई। एसीसी लिमिटेड की कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) शाखा एसीसी ट्रस्ट ने शैक्षणिक संस्थानों को सपोर्ट देने के उद्देश्य अपनी पहल विद्या उत्कर्ष शुरू किया। इसका उद्देश्य एक समावेशी और सुरक्षित सीखने के माहौल को बढ़ावा देने के लिए वंचित छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।
इस पहल के माध्यम से ट्रस्ट ने 288 स्कूलों का समर्थन किया है। अब तक कुल 1,18,898 छात्रों को सशक्त बनाया है। समानता वाली शिक्षा प्रदान करने के अलावा ट्रस्ट ने मेधावी 1,468 छात्रों को छात्रवृत्तियां भी प्रदान की हैं। वर्ष, 2020 में कार्यक्रम ने 65 सरकारी स्कूलों को ई-लर्निंग सिस्टम से भी लैस किया।
एसीसी लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्रीधर बालकृष्णन ने कहा, ‘एसीसी में हम हमेशा जीवन को बदलने और बेहतर कल बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं। हमारे कार्यक्रम विद्या उत्कर्ष के माध्यम से हमारा लक्ष्य समुदायों के सामाजिक विकास की दिशा में काम करना है। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों को समान अवसर प्रदान करना है। समुदायों को सशक्त बनाना हमारे लोकाचार के लिए महत्वपूर्ण है। हम उनके सामाजिक-आर्थिक कल्याण की दिशा में काम करना जारी रखेंगे।‘
विद्या उत्कर्ष के तहत कई पहल शुरू किए गए हैं, जिनका उद्देश्य स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना है। इसमें स्मार्ट क्लासेस, इंटरेक्टिव कियोस्क के साथ-साथ घर-आधारित शिक्षा जैसे प्रौद्योगिकी-आधारित ज्ञान समाधानों के परिचय के साथ-साथ आयु विशिष्ट शिक्षण मॉड्यूल सुनिश्चित करने के लिए परियोजनाएं शामिल हैं।
अपने स्वयं के 15 स्कूल चलाने के साथ ट्रस्ट एसीसी विद्या सारथी के माध्यम से ऑनलाइन छात्रवृत्ति तक पहुंच प्रदान करता है। बालिका शिक्षा को और बढ़ावा देने के लिए ट्रस्ट ने ‘एसीसी की लाडली’ की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य लड़कियों को स्कूल वापस लाने में सहायता करना है।