बीसीसीएल के झरिया से कोल बेड मिथेन निकलेगी प्रभा एनर्जी

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  • पहली सीबीएम दोहन के कॉमर्शियल प्रोजेक्ट पर हुए हस्ताक्षर

रांची। कोल इंडिया लिमिटेड की पहली कोल बेड मिथेन (सीबीएम) दोहन के कॉमर्शियल प्रोजेक्ट का एग्रीमेंट धनबाद स्थित बीसीसीएल मुख्यालय में हुआ। प्रभा एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड और बीसीसीएल के बीच एग्रीमेंट हुआ। झरिया सीबीएम ब्लॉक-I के लिए डेवलपर वैश्विक निविदा के आधार पर चयनित हुआ था, जो इस ब्लॉक में सीबीएम का दोहन करेगी।

यह सीएमपीडीआई के प्रिसिंपल इम्पलीमेंटिंग एजेंसी (पीआईए) के रूप में पहली परियोजना है। सीएमपीडीआई, सीआईएल एवं बीसीसीएल के वर्षों का प्रयास इस परियोजना से फलीभूत होगा। प्रभा इनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ प्रेम एस साहनी और बीसीसीएल की ओर से महाप्रबंधक (वेस्ट झरिया एरिया) जेएस महापात्रा ने एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किये।

इस अवसर पर कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल, सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक एवं कोल इंडिया के निदेशक (तकनीकी) विनय दयाल, निदेशक (तकनीकी/आरडीएंडटी) आरएन झा, निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी) एके राणा, महाप्रबंधक (समन्वय) मनोज कुमार की मौजूदगी वीसी के माध्यम से मौजूद थे।

बीसीसीएल के निदेशक (तकनीकी/ऑपरेशन) चंचल गोस्वामी और निदेशक (तकनीकी/पीएंडपी) जेपी गुप्ता एवं सीएमपीडीआई के महाप्रबंधक (क्लीन इनर्जी डेवलपमेंट) सी पात्रा शारीरिक तौर पर धनबाद में उपस्थित थे।

कोयला खनन से पहले कोल इंडिया मिथेन की निकासी की दिशा में कार्य कर रही है। इस पहल से कोयला खनन से उत्पन्न होने वाले मिथेन गैस उत्सर्जन में कमी आएगी, जो पर्यावरण की दृष्टि से उचित है। इससे ऊर्जा की भी प्राप्ति होगी। इसके अलावा भविष्य में इन क्षेत्रों में अंदर खोले गए भूमिगत खदानों में काम करने वाले कर्मियों की सुरक्षा भी बढ़ेगी।