दुर्घटना में मां-पिता और दादी की मौत, सूख नहीं रहे छह बच्‍चों के आंसू

बिहार
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गया। बिहार के गया के शेरघाटी थाना क्षेत्र के पथलकट्टी गांव में सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत के बाद गांव के लोग मर्माहत हैं।

तीलू मांझी (50 वर्ष) व उनकी पत्नी प्यारी देवी (46 वर्ष) मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। स्वजन रामजी मंडल बताते हैं कि दोनों बोरी का सूत निकालकर रस्सी बनाते थे। इसके अलावा आसपास के बाजार में जाकर मजदूरी करते थे। दोनों की मजदूरी से घर का चूल्हा जलता था। फिलहाल खाने पीने की समस्या है। उन्होंने बताया कि तीन बेटियों की शादी करनी है। तीनों के अंतिम संस्कार के लिए स्थानीय लोगों ने सहयोग किया। अपने माता-पिता के शव के समीप रोती हुई नाबालिग बेटी बेदमिया कुमारी ने बताया कि हम लोग छह बहन और पांच भाई हैं। तीन बहन और दो भाई की शादी हो चुकी है। सभी शेष भाई-बहन छोटे हैं।

घर में कमाने वाले माता-पिता और दादी थीं। अब हम लोगों का खाना, कपड़ा कौन जुटाएगा पता नहीं? हम लोगों के पास रहने को घर भी नहीं है। ताड़ के पत्ते से छाए हुए कच्चे मकान को झोपड़ीनुमा बनाकर जीवन बसर कर रहे हैं। सुमन कुमारी, पूनम कुमारी, छोटू कुमार, संजय, विजय, अजय तथा छोटन अपने माता-पिता और दादी की मौत से मर्माहत हैं। किसी की आंख के आंसू नहीं रुक रहे हैं। गांव के लोग भी परिवार के कमाऊ सदस्य के निधन से काफी मर्माहत हैं।