अध्यक्ष पद से हटाए गए दिलीप घोष, कहा- चुनाव में गलतियां हुईं

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कोलकाता। भाजपा ने पश्चिम बंगाल में भी एक बदलाव किया। यहां पार्टी ने प्रदेश प्रमुख की जिम्मदारी संभाल रहे सांसद दिलीप घोष को राष्ट्रीय स्तर की जिम्मेदारी दी है और बंगाल भाजपा की कमान सुकांतो मजूमदार के हाथों में दे दी है।

सोमवार रात हुए इस बदलाव के बाद घोष से मीडिया लगातार जानकारियां हासिल करने की कोशिश कर रही है। पद से हटाए जाने को लेकर घोष ने कहा, ‘एक सांसद के तौर पर, मैं पार्टी के लिए एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगा। जिन लोगों ने मुझे उपाध्यक्ष बनाया है, वे तय करेंगे कि मेरी जिम्मेदारियां क्या होंगी। अब तक मैं अध्यक्ष था और मैंने पूरा बंगाल घूमा है।’ घोष ने कहा, ‘चुनाव के दौरान कुछ गलतियां हुईं, हम उनका विश्लेषण कर रहे हैं। यह पहली बार था जब हम बंगाल जीतने के लिए लड़ रहे थे, हम पूरी तरह सफल नहीं हुए। हम अगली जंग से पहले अपनी रणनीति बदलेंगे।’ अब कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि घोष लोगों को पार्टी में नहीं रख पा रहे थे, क्या इसके चलते बदलाव हुए हैं। हाल ही में बाबुल सुप्रियो समेत कई लोग भाजपा को अलविदा कह चुके हैं।

हालांकि, इस बात को भी नहीं नकारा जा सकता कि घोष ही थे, जिन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी की सफलता की तैयारी की थी। लेकिन ऐसे भी कई मौके आए, जहां उनके बयानों के चलते पार्टी को शर्मिंदा होना पड़ा। बंगाल भाजपा के नए प्रमुख मजूमदार उत्तर बंगाल से आते हैं और बीजेपी ने वहां अच्छा प्रदर्शन किया है। यह भी कारण रहा, जिसके चलते पार्टी ने उन्हें इस भूमिका के लिए चुना।