सीआइआइ के पहले ईस्ट इंडिया समिट में पूर्वोतर राज्यों के विकास पर होगी चर्चा

झारखंड
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  • वर्चुअल माध्‍यम से 28 सितंबर से 7 अक्‍टूबर तक होगा कार्यक्रम

रांची। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) का पहला ईस्ट इंडिया समिट 28 सितंबर से 7 अक्टूबर तक हो रहा है। वर्चुअल माध्यम से आयोजित होने वाले इस समिट में बुनियादी ढांचे के निवेश के अवसरों पर विचार-विमर्श होगा। इसमें पूर्व और उत्तर पूर्व के 6 देशों एवं राज्यों को एक साथ लाया है। समिट का उद्घाटन गुरुवार को होगा। प्रत्येक दिन में तीन सत्र में कार्यक्रम आयोजित होंगे।

समिट में सात देशों की भागीदारी भी होगी। इनमें ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, फ्रांस, जर्मनी, दक्षिण कोरिया, यूएस, यूके शामिल है। वहीं, असम, झारखंड, ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल भी भाग ने रहे हैं। इन सत्रों में मुख्यमंत्रियों, सचिवों, राजदूतों और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि‍ भाग लेंगे।

ईस्ट इंडिया समिट सीआईआई बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत 5 राज्यों की विकास क्षमता को एकीकृत करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। छवि, नवाचार, बुनियादी ढांचा, निवेश और समावेशिता को एकीकृत कर पूर्वी भारत के निर्माण की दिशा में चैनलाइज करेगा। पूर्व और उत्तर पूर्व भारत के लिए एक सतत बुनियादी ढांचा का रोडमैप बनाने, वैश्विक निवेश को जोड़ने, बंदरगाह, रेलवे, विमानन और भविष्य की गतिशीलता उपलब्ध अवसरों और उन समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा।

कार्गो और एमआरओ सुविधाओं के विकास सहित नागरिक उड्डयन जैसे क्षेत्र, बंदरगाहों के बुनियादी ढांचे का विकास, रेलवे लिंकेज, भविष्य की गतिशीलता और पूर्व एवं उत्तर पूर्वी राज्यों की संघीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सहयोगी क्षमता लाने के लिए ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जापान और यूके जैसे महत्वपूर्ण देशों ने पहल के लिए देश के भागीदार बनने पर सहमति व्यक्त की है। पूर्व और उत्तर पूर्व के राज्यों के भीतर बुनियादी ढांचे के दायरे को समझने के लिए एडीबी, जेएआईसीए, एआईआईबी, विश्व बैंक, यूएसएआईडी और वाणिज्य और व्यापार के विभिन्न कक्षों जैसी बहुपक्षीय एजेंसियां भी समिट में शामिल हो रही हैं।