लौहनगरी जमशेदपुर साइबर पुलिस ने टाटानगर रेलवे स्टेशन पर खड़ी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ट्रेन से कुख्यात साइबर अपराधी मनोज चौरसिया को गिरफ्तार किया है। साइबर पुलिस के हत्थे चढ़ा मनोज चौरसिया बिहार के नालंदा जिले के कतरीसराय का रहने वाला है। उसके पास से दो मोबाइल, एक रेल टिकट और एक डुप्लीकेट आधार कार्ड बरामद किया गया है।
मनोज के पास से बरामद सिम कार्ड पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिला निवासी सबीर कुमार गांजी के नाम पर पाया गया है। गिरफ्तारी के बाद साइबर पुलिस ने उसे थाना लाकर पूछताछ की। इस दौरान उसने अपने गिरोह के कई कारनामों को पुलिस के समक्ष उजागर किया। उसने पुलिस को बताया कि वह अपने साथी संतोष कुमार, हरि चेतरु, बबलू कुमार, पंकज कुमार उर्फ चांदनी, मिथलेश कुमार उर्फ बुकुल, बिकास कुमार उर्फ जहरा और संजय सिह के साथ मिलकर लंबे समय से साइबर अपराध कर रहा है। वे लोगों को फर्जी स्क्रैच कूपन, दवाई भेजने के नाम पर, टावर लगवाने, लकी ड्रॉ, पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। अब तक गिरोह के लोगों के साथ मिलकर वह करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है।
गिरोह का मुख्य सरगना हरि चेतरु और संतोष कुमार उर्फ सन्ना है। ठगी के रुपयों से वे लोग बिहार और झारखंड में कीमती प्लॉट, महंगे मकान, फ्लैट और लग्जरी कार खरीदते थे। इन चीजों के अलावा खुद मनोज ने एक गाड़ी का शोरूम खरीद रखा है। वह भुवनेश्वर जाकर देश भर में फर्जी लकी ड्रॉ पोस्ट करने की फिराक में था। उसी बीच जमशेदपुर साइबर पुलिस ने उस धर दबोचा है। पुलिस ने मनोज चौरसिया के बैंक खाते को फ्रीज करते हुए पूछताछ के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।