झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में बड़ी गड़बड़ी सामने आयी है। यहां अपना या अपनों का इलाज कराने के लिए बिहार-झारखंड के अलावा अन्य राज्यों से मरीज आते हैं।
जहां मरीजों को ठीक होने के बाद घर ले जाने के लिए एंबुलेंस की भी जरूरत पड़ती है। रिम्स के पास पर्याप्त एंबुलेंस भी है। वहीं इसके संचालन के लिए ड्राइवरों की बहाली भी की गई है, ताकि मरीजों को एंबुलेंस और अन्य वाहन मिलने में कोई परेशानी न हो, लेकिन रिम्स में एंबुलेंस होने के बावजूद मरीजों को इसके लिए भटकना पड़ता है।
कभी ड्राइवर के नहीं होने का बहाना बनाया जाता है, तो कभी रेट तय नहीं होने का, लेकिन सच्चाई यह है कि रिम्स के एक ड्राइवर की जिनकी हाजिरी, तो रिम्स में बनती है, लेकिन उनकी ड्यूटी स्वास्थ्य मंत्री जी के आवास पर लगाई है। इससे समझा जा सकता है कि जब रिम्स के ड्राइवर स्वास्थ्य मंत्री जी के आवास पर ड्यूटी करेंगे, तो मरीजों को सरकारी सुविधाएं कैसे मिल पाएगी।