रांची। सीएमपीडीआई के सीएसआर निधि से पोषित कौशल विकास प्रशिक्षण का समापन सत्र का आयोजन संस्थान के स्टाफ ट्रेनिंग कॉलेज में 24 सितंबर को किया गया। झारखंड के विभिन्न गांवों के वंचित, बेरोजगार, अर्द्ध-अल्प बेरोजगार 80 युवाओं को दो बैचों में कौशल विकास प्रशिक्षण सेंट्रल इंस्टीच्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी : सेंटर फॉर स्किलिंग एंड टेक्निकल सपोर्ट (सीआईपीईटी:सीएसटीएस) के सहयोग से दिया गया।
सीआईपीईटी, हेहल, रांची में 40 लाभार्थियों को मशीन ऑपरेटर-प्लास्टिक प्रोसेसिंग (एमओ-पीपी) और मशीन ऑपरेटर-इंजेक्शन मोल्डिंग टेक्नोलॉजी में 40 लाभार्थियों को प्रशिक्षित किया गया। उम्मीदवारों के लिए आवश्यक न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा-8 थी। पाठ्यक्रम छह महीने की अवधि का था, जो एनएसक्यूएफ से जुड़े थे। राष्ट्रीय कौशल योग्यता समिति : राष्ट्रीय कौशल विकास एजेंसी (एनएसक्यूसी : एनएसडीए), कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अनुमोदित थे।
महाप्रबंधक (एचआरडी/सीएसआर) आलोक कुमार और रांची सीपेट के संयुक्त निदेशक और प्रमुख प्रवीण बी. बछव ने प्रशिक्षणार्थियों के साथ बातचीत की। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। अधिकांश प्रशिक्षणार्थियों को पीपीएपी ऑटोमोटिव, भिवंडी, खेरिया इंडस्ट्रीज, अहमदाबाद और ओके इंडस्ट्रीज, पुणे में रखा गया है। समापन कार्यक्रम में बी श्रीकर, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी और प्रशिक्षण प्रभारी प्रेम प्रकाश नागदा, सहायक तकनीकी अधिकारी और शहनवाज अहमद, प्रशासन सहायक, सीपेट उपस्थित थे।