ECL और SECL की गैसीकरण परियोजना की डीपीआर तैयार करने का काम शुरू : सीएमडी

झारखंड
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रांची। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2030 तक 100 एमडी कोल गैसीफिकेशन की कल्पना की है। सीएमपीडीआई ने कोल गैसीफिकेशन प्‍लांट विकसित करने के लिए ECL, SECL और WCL के साथ MoA पर हस्ताक्षर किए हैं। CCL और MCL के साथ भी MoA प्रक्रियाधीन है। ECL और SECL में गैसीकरण परियोजना के लिए डीपीआर तैयार करने पर काम करना शुरू कर दिया है। उक्‍त बातें सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक विनय दयाल ने कही। वह 15 अगस्‍त को वे रांची मुख्‍यालय में झंडा फहराने के बाद बोल रहे थे।

सीएमडी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी की वजह से कोल इंडिया परिवार ने 530 साथियों को खोया है। हमारे सामने तीसरी लहर की चुनौती है l कोल इंडिया ने वर्ष 2020-21 के 660 मिलियन टन लक्ष्य की तुलना में 596 मिलियन टन उत्पादन किया है। यह कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच बड़ी उपलब्धि है। वर्ष 2021-2022 का कोयला उत्पादन लक्ष्य 670 मिलियन टन है। इसे हासिल करने के लिए सभी सहायक कंपनियां प्रयासरत हैं।

सीएमडी ने कहा कि वर्ष 2021-22 में गवेषण शुरू करने के लिए 24 नये कोकिंग कोल ब्‍लॉक और 5 नए हाई ग्रेड नन कोकिंग कोल ब्‍लॉक की पहचान की गई है। नई टेक्‍नोलॉजी अपनाने में सीएमपीडीआई ने सर्वे और मैपिंग के लिए दो ड्रोन खरीदे हैं, जो अत्याधुनिक Lidar, Optical और thermal censors से लैस है। कंपनी ने IRCON  के लिए उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक रिपोर्ट के कटरा-बनिहाल खंड में 4 सुरंगों में 18 चरणों में जाइरो-अजीमुथ के निर्धारण के लिए सफलतापूर्व Gyroscopic survey किया है। यह जम्मू और कश्मीर में भारत सरकार की एक प्रतिष्ठित रेलवे परियोजना है।

सीएमपीडीआई द्वारा तैयार सीसीएल के कोतरे बसंतपुर (5 MTY) के लिए CIL में एमडीओ मोड में प्रदान की जाने वाली पहली परियोजना है। MDO को Siarmal OC (50 Mty) के विकास और संचालन अनुबंध को सफलतापूर्वक प्रदान करने में एमसीएल की भी सहायता की।

सीएमडी ने कहा कि कंपनी ने R&D को बढ़ावा देने के लिए कोयला और लिग्नाइट क्षेत्र में S&T के लिए एक वेबसाइट (https://scienceandtech.cmpdi.co.in) डिजाइन की। यह चल रही अनुसंधान परियोजनाओं से संबंधित जानकारी प्रदान करती है। विभिन्न रूपों के साथ Coal research projects को लागू करने के लिए दिशा-निर्देश देती है, ताकि कोई अपेक्षित तरीके से प्रस्ताव प्रस्तुत कर सके।

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वित्तीय वर्ष 2021-22 में 7.5 लाख मीटर ड्रिलिंग का लक्ष्य रखा गया है, जिसके मुकाबले जुलाई 2021 तक 2.27 लाख मीटर ड्रिलिंग की गई है। साथ ही, 400 line km 2D/3D seismic survey  का भी लक्ष्य रखा गया है, जिसके मुकाबले जुलाई 2021 तक 369  line km हासिल किया जा चुका है । कुल 75 रिपोर्ट भी तैयार की जा चुकी है, जिसमें 5 GRs शामिल है। इसके द्वारा लगभग 3.8 बिलियन टन recource  Proved Category में जोड़ा गया है।

सीएमडी ने कहा कि विगत वर्ष में सीएमपीडीआई द्वारा खरीदे गए 2 ड्रोन के अलावा इस वर्ष Optical sensor 2 ड्रोन खरीदने का प्रस्ताव है। इन ड्रोनों का उपयोग Volumetric measurement और अन्य क्षेत्रों में होगा।

BCCL, ECL और SECL के लिए CBM प्रोजेक्ट के विकास के लिए CMPDI PIA है। BCCL के लीजहोल्ड क्षेत्र के झरिया CBM Block-I के विकास का Global tender द्वारा चुनी हुई एक कंपनी को दिया जा रहा है। अन्य दो कंपनियों ECL के Raniganj और SECL के दो CBM blocks Raniganj coalfield और Sohagpur coalfield के सीबीम डेवेलपर के चयन के लिए सीएमपीडीआई द्वारा Global tender का प्रकाशन किया गया है। CMPDI और DGH के सहयोग से relinquished सीबीएम ब्लॉक्स में पडने वाले 108 कोल ब्लॉक्स (1217 वर्ग किमी क्षेत्र) को overlap free कराया गया है।

Renovate-Operate-Maintain conceptपर BCCL की existing coking coal washeries के नवीनीकरण के लिए एक Modal bid document  तैयार किया गया। दस्तावेज CIL Board के अनुमोदन के अग्रिम चरण में है। CMPDI में ERP implementation track पर है और औपचारिक roll over के लिए तैयार है।

CMPDI ने UG, OC, Abandoned mines और regionally explored OC coal blocks लिए MDO मोड पर मॉडल बोली दस्तावेजों के निर्माण और अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।

कोयला मंत्रालय के निर्देशों पर कोयला और लिग्नाइट क्षेत्रों में भविष्य के अनुसंधान के लिए नए क्षेत्रों की पहचान की गई है। कुछ नए क्षेत्रों जैसे Application of Artificial Intelligence and machine Learning, Adoption of Upgraded technology and और स्वदेशीकरण (आत्म-निर्भर भारत), कचरे से धन का निर्माण, आदि को शामिल किया गया है।

2020-21 के दौरान 14 अनुसंधान परियोजनाओं की मंजूरी दी गई है, जो पिछले 5 वर्षों में सबसे अधिक है ।

2021-22 के दौरान, MoC की S&T plan के तहत 10 परियोजनाएं और CIL की R&D गतिविधियों के तहत 9 projects अनुमोदन के लिए विचाराधीन  है। सीएमडी ने कहा कि टर्नओवर में कमी की भरपाई के लिए हमें Geomatics, Environmental services, NDT, Outside Consultancy Services आदि में बढ़ोतरी और Diversificationपर जोर देना होगा। Coal एवं Non-coal क्षेत्रों में NMET के माध्यम से अन्वेषण का प्रयास करना होगा।