वेदांता ईएसएल ने अपने प्‍लांट में सिंगल यूज प्लास्टिक को किया बैन

झारखंड
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बोकारो। वेदांता ग्रुप की कंपनी ईएसएल स्टील लिमिटेड ने अपने प्लांट में सिंगल-यूज प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगा दी है। इस पहल के तहत ईएसएल अपने प्लांट में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का रीसाइकल कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप बढ़ते प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए ईएसएल सिंगल-यूज प्लास्टिक के उपयोग के खतरों पर लोगों को जागरुक बनाने के लिए व्यापक जागरुकता अभियान का आयोजन भी कर रहा है। इस अभियान के तहत ईएसएल लोगों से आग्रह कर रही है कि जहां तक हो सके, प्लास्टिक की जगह स्टील का उपयोग करें। बोतल, फर्नीचर, दरवाजे, घर/ कार्यालय की एक्सेसरीज के लिए स्टील को ही अपनाएं। 

ईएसएल ने सबसे पहले अपने कर्मचारियों के लिए जागरुकता सत्र के साथ इस पहल की शुरुआत की थी। कंपनी ने अपने प्लांट में प्लास्टिक कप का उपयोग बंद कर दिया है। अपने कर्मचारियों को सिंगल-यूज प्लास्टिक का उपयोग कम करने के लिए जागरुक बना रही है। प्राकृतिक एवं जैविक सामग्री के उपयोग को बढ़ावा देने और प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए ईएसएल ने अपने कर्मचारियों को जूट बैग भी बांटे।

इस अवसर पर सीईओ एनएल वट्टे ने कहा, ‘प्रकृति एवं पर्यावरण के लिए चिंतित ईएसएल हमेशा से प्रदूषण एवं ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रयासरत रही है। दुनिया भर में तेजी से होते जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर मेरा मानना है कि हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदाराना व्यवहार करना चाहिए। प्लास्टिक के उपयोग को कम करने में योगदान देना चाहिए जो प्रदूषण और लैंडफिल बढ़ने का मुख्य कारण है। इस स्वतंत्रता दिवस पर ईएसएल प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और रीसाइक्लिंग के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है, ताकि भारत को स्वच्छ एवं हरित राष्ट्र बनाया जा सके। जैसा कि महात्मा गांधी हमेशा चाहते थे। आने वाले समय में हम ज़िम्मेदार ब्राण्ड बनने के दृष्टिकोण के साथ प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक लगाने और भारत की अग्रणी स्थायी स्टील प्लेयर बनने की योजना बना रहे हैं।’ 

पर्यावरण और व्यर्थ प्रबन्धन को प्राथमिकता देते हुए ईएसएल ने फ्लाई ऐश की 100 फीसदी उपयोगिता, शून्य लिक्विड डिस्चार्ज और सम्पूर्ण ई-व्यर्थ निपटान को सुनिश्चित किया है। इसने नागरिक विभाग द्वारा ग्रामीण सड़क के निर्माण के लिए एलडी स्लैग के भीतरी उपयोग को भी बढ़ावा दिया है। इसके अलावा, कंपनी अब तक 1,36,000 पौधे लगा चुकी है।

साथ ही, ईएसएल अपने सभी वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदल रही है। धीरे-धीरे 2025 तक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है। कार्बन फुटप्रिन्ट, जीवाश्म ईधंन तथा ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लक्ष्य के साथ, गणतंत्र दिवस, 2021 के अवसर पर ईएसएल ने एक इलेक्ट्रिक वाहन सब्सक्रिप्शन प्लेटफॉर्म ईवीज के सहयोग से अपने अभियान ईएसएल राईड्स ग्रीन के तहत 40 ई-साइकलों और 10 ई-स्कूटरों का लॉन्च भी किया था। वर्तमान में इन ई-वाहनों का उपयोग प्लांट परिसरों में ईएसएल कर्मचारियां द्वारा किया जा रहा है।