केंद्र सरकार ने दी सौगात: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने किया देवघर एम्स के ओपीडी का उद्घाटन

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देवघर। इंतजार की घड़ियां हुईं खत्म। केंद्र सरकार ने झारखंड के संथालपरगना प्रमंडल को मंगलवार को बड़ी सौगात दी है। बाबानगरी देवघर में मंगलवार से एम्स में ओपीडी सेवा शुरू हो गयी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली से झारखंड के देवघर स्थित एम्स की ओपीडी सेवा का ऑनलाइन उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा की धरती पर झारखंड के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा एम्स में मिलेगी।

इलाज के लिए उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ेगा। एम्स की टीम से उन्होंने कहा कि वे सेवाभाव से काम कर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरें।

30 रुपये में 20 से अधिक रोगों की होगी जांच

देवघर एम्स में ओपीडी की सेवा के लिए 30 रुपये में रजिस्ट्रेशन होगा। जांच के दौरान मरीजों को दवा दी जायेगी। एक बार रजिस्ट्रेशन कराने पर मरीज साल भर तक इलाज करा सकेंगे। फिलहाल 20 से अधिक रोगों की जांच होगी। रोजाना 200 मरीजों का रजिस्ट्रेशन होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा घोषित देश के 22 एम्स में 13वें एम्स की ओपीडी सेवा देवघर में बुधवार से शुरू हो जायेगी। ओपीडी में सारे विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवा होगी।

दवाइयों पर 60 फीसदी तक छूट

देवघर एम्स में डॉक्टरों का ड्यूटी रोस्टर तैयार कर लिया गया है। डॉक्टरों के नाम और विभाग देवघर एम्स की वेबसाइट www.aiimsdeoghar.edu.in में भी है। ओपीडी में जांच, चिकित्सीय परामर्श व दवाइयां मरीजों को दी जायेंगी। हर तरह की बीमारी से संबंधित मरीजों को पूरी सलाह दी जायेगी। रोगियों को देश के अन्य एम्स समेत केंद्र सरकार के सरकारी संस्थान में रेफर भी किया जायेगा। डॉक्टरों को अगर लगेगा कि मरीज दवा से ठीक हो सकते हैं, तो उन्हें रियायत दरों पर रैन बसेरा बिल्डिंग में अमृत फार्मेसी से दवाइयां दी जायेंगी। अलग-अलग दवाइयों में 60 फीसदी तक छूट है।

मरीजों की भर्ती, ऑपरेशन, दुर्घटना केस व इजरजेंसी सेवा अभी चालू नहीं रहेगी। ओपीडी में 15 बेड की डे केयर सुविधा होगी। अगर किसी मरीज को अचानक डिहाइड्रेशन जैसी शिकायत हो गयी, तो वो चार-पांच घंटे तक बेड पर इलाज करा सकते हैं। कोई इंजेक्शन लेने के बाद उन्हें दो-तीन घंटे तक रखा जा सकता है, लेकिन रात की सुविधा इसमें नहीं होगी। कोविड को ध्यान में रखते हुए प्रतिदिन 200 मरीजों को चिकित्सीय परामर्श दी जायेगी। सुबह 8:30 से 10:30 बजे तक रजिस्ट्रेशन होगा।

रजिस्ट्रेशन की वैधता एक वर्ष तक

रजिस्ट्रेशन में एक बुक मिलेगा और जिसमें मरीज की मेडिकल हिस्ट्री रहेगी। एक रजिस्ट्रेशन की वैधता एक वर्ष तक रहेगी। एक माह के अंदर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी शुरू होगी। एक रजिस्ट्रेशन में एक व्यक्ति अधिक से अधिक रोगों का परामर्श ले सकते हैं। जिन 200 मरीजों का रजिस्ट्रेशन होगा, उन सभी को डॉक्टर शाम पांच बजे तक देखेंगे। ओपीडी में प्रवेश करने से पहले मरीज की स्क्रीनिंग होगी व वैक्सीन का स्टेटस देखा जायेगा। ओपीडी में परामर्श के बाद मरीजों की आवश्यकतानुसार जांच की सुविधा है। अभी बेसिक जांच की सुविधा दी जा रही है।

खून, यूरिनल व अन्य बेसिक जांच की सुविधा रहेगी। मरीजों को केंद्र सरकार से निर्धारित बहुत ही रियायती दर पर जांच की सुविधा मिलेगी। तीन-चार माह में एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा शुरू होगी। पूर्वी भारत में देवघर एम्स में पहला रैन बसेरा बना है। इस रैन बसेरा में मरीज के साथ आनेवाले परिजन रात में रुक पायेंगे, उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा। फिलहाल रैन बसेरा में एम्स के छात्रों की लैब की पढ़ाई होगी।

छह माह बाद एम्स की अन्य बिल्डिंग हैंडओवर होने के बाद रैन बसेरा से छात्रों का लैब दूसरे भवन में शिफ्ट कर दिया जायेगा। उद्घाटन समारोह में मंत्री हफिजुल हसन अंसारी, सांसद निशिकांत दुबे, विधायक नारायण दास उपस्थित रहे।