रांची। जेल में बंद कुख्यात अपराधी राजू गोप को अदालत से बेल मिल गया। इसके बाद वरीय पुलिस अधीक्षक ने दारोगा को संस्पेंड कर दिया। वह रंगदारी के मामले में जेल में बंद था। यह वाक्या झारखंड की राजधानी रांची का है।
जानकारी हो कि अपराधी राजू गोप ने बीते 15 जुलाई, 2010 की देर रात रांची-खूंटी मार्ग के टोरियन वर्ल्ड स्कूल के पास फायरिंग और पोस्टरबाजी की थी। इस मामले में उसे पकड़ा गया था। उसे गिरफ्तार कर सीठियो टीओपी में रखा था। पुलिस को चकमा देकर वहां से 18 जुलाई की देर रात फरार हो गया था। उसकी फरारी के बाद से तुपुदाना थानेदार सहित तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए थे। राजू गोप को पुलिस ने कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया था। इसके बाद शाम हो जाने की वजह से राजू गोप को जेल नहीं भेजा जा सका था और उसे सीठियो टीओपी में रखा गया था। वहीं से फरार हो गया था।
इस दौरान अपराधी राजू गोप को रातू थाना क्षेत्र के पाली में छुपा हुआ था। इसकी सूचना एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिलने के बाद ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने छापेमारी कर राजू गोप को कुछ दिनों के बाद दबोच लिया। फरार होने के बाद वह अलग-अलग ठिकानों पर पनाह ले रहा था। इस दौरान वह छुपकर जमीन के धंधे से भी जुड़ा हुआ था।
दरअसल, रंगदारी के मामले में जेल में बंद कुख्यात अपराधी राजू गोप का आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल नहीं हो पाया। इसके कारण अपराधी को बेल मिल गया। इसपर एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने अनुसंधानकर्ता दरोगा चंद्रनाथ को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है।
इन मामलों में राजू गोप आरोपी
तुपुदाना चौक पर जमीन कारोबारी लाल अशोक नाथ शाहदेव की हत्या
मौसीबाड़ी के समीप जमीन कारोबारी राजू कच्छप की हत्या
लखन सिंह को तुपुदाना ओपी से भगाने में सरवर के साथ शामिल
डीपीएस के पास पूर्व पार्षद मंगा पाहन पर गोली चलाई
तुपुदाना निवासी महेश साहू से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी नहीं देने पर उसके घर में अपने साथी के साथ मिलकर की फायरिंग