नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) इतिहास रचने से चूक गया है। इसरो ने श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आज सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए धरती पर निगरानी रखने वाले उपग्रह EOS-03 का प्रक्षेपण किया गया। मिशन कंट्रोल सेंटर के वैज्ञानिकों ने बताया कि उपग्रह पहले दो चरण में सामान्य था लेकिन तीसरे चरण में क्रायोजेनिक इंजन में खराबी आ गई। जीएसएलवी-एफ 10 रॉकेट के जरिए भू्-अवलोकन उपग्रह EOS-03 के प्रक्षेपण के लिए 26 घंटे की उल्टी गिनती श्रीहरिकोटा में बुधवार को शुरू हुई थी। हालांकि आज हुआ यह प्रक्षेपण इस साल अप्रैल या मई में ही होना था, लेकिन कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते इसे टाल दिया गया था।
क्या करता काम
EOS-03 उपग्रह एक दिन में पूरे देश की चार-पांच बार तस्वीर लेता। मौसम और पर्यावरण परिवर्तन से संबंधित प्रमुख डेटा भेजता। चक्रवात की निगरानी करता, बादल फटने आदि के बारे में जानकारी देता।