जीकेसी ने ‘गाता रहे मेरा दिल’ के जरिये किशोर कुमार को किया याद

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पटना। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) के कला-संस्कृति प्रकोष्ठ ने महान पार्श्वगायक किशोर कुमार की जयंती संगीमय कार्यक्रम ‘गाता रहे मेरा दिल’ का आयोजन किया गया। इसमें कॉन्फ्रेंस से जुड़े कलाकारों ने एक से एक बढ़कर गीत गाकर समां बांधा। कार्यक्रम का संयोजन जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आनंद, प्रकोष्ठ के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रेम कुमार, राष्ट्रीय सचिव अनुराग समरूप और प्रकोष्ठ के बिहार उपाध्यक्ष दिवाकर कुमार वर्मा और उनकी टीम ने किया।

प्रकोष्ठ के संरक्षक विनय कुमार सिन्हा ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम का आगाज किया। जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने बताया किशोर कुमार को भारतीय सिनेमा जगत में सर्वाधिक लोकप्रिय पार्श्वगायकों के तौर पर शुमार किया जाता है। उनकी आवाज ने संगीत की सीमाएं तोड़ी। अल्फाजों से दर्शन और सुर को जोड़ा। अपने संगीत को हर दिल में बसा दिया। एक ऐसा फनकार, जिसके जीवन को कुछ शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल है। किशोर कुमार की आवाज में जादू था। वह जिस गाने को अपनी आवाज देते थे, वह यादगार बन जाता था।

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डॉ नम्रता आनंद ने कहा कि किशोर कुमार बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। वे पार्श्व गायक, अभिनेता, गीतकार, संगीतकार और निर्देशक थे। गायन के साथ-साथ उनमें जबरदस्त अभिनय शैली थी। किशोर कुमार को भारतीय संगीत उद्योग के सबसे सफल और प्रसिद्ध गायकों में से एक माना जाता है। प्रेम कुमार ने बताया कि किशोर कुमार आज भी संगीत प्रेमियों के दिल पर अमिट छाप बनाये हुए हैं। उनकी सुरीली अद्वितीय आवाज हर रोज हमें दीवाना करती है। पुरानी के साथ-साथ नई पीढ़ी भी उनकी आवाज की दीवानी है।

दिवाकर वर्मा ने कहा 1969 में किशोर को पहली बार स्टारडम फिल्म आराधना से मिला। इस फिल्म के गीत ‘मेरे सपनो की रानी’ से किशोर की आवाज पूरे देश में छा गयी। वह संगीत की अलग अलग शैलियों में प्रवीणता हासिल कर शीर्ष पर ही नहीं केवल पहुंचे, बल्कि वहां बने भी रहे। अनुराग समरूप ने कहा कि उनके गाये गीतों की तासीर आज भी बरकारार है। किशोर दा एक साधारण गीत को भी अपनी मीठी एवं सुरीली आवाज से कर्ण प्रिय बना देते थे।

संगीतमय कार्यक्रम में दिवाकर कुमार वर्मा, कुमार संभव, कुंदन तिवारी, रत्ना गांगुली, डॉ नम्रता आनंद, संपन्नता वरूण, मेघाश्री अंजू, श्रेया भारती, प्रेम कुमार, प्रवीण बादल, सुबोध नंदन सिन्हा, यतीश सिन्हा, सुभाषिणी स्वरूप और आयुष सिन्हा ने किशोर कुमार के सदाबहार गीतों के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की।

सभी कलाकारों को ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन जीकेसी बिहार कला-संस्कृति प्रकोष्ठ की कार्यवाहक अध्यक्ष श्रीमती संपन्नता वरूण ने किया।