रांची। सीसीएल के निदेशक (कार्मिक) पीवीकेआर मल्लिकार्जुना राव ने कोरोना महामारी के बाद 12वीं क्लास का शिक्षण शुरू हाने से पूर्व ‘सीसीएल के लाल’ और ‘सीसीएल की लाडली’ सेंटर का 4 अगस्त को दौरा किया। सीएसआर के तहत संचालित यह सीसीएल की महत्वाकांक्षी योजना है। कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान ‘सीसीएल के लाल एवं लाडली’ के क्लासेस ऑनलाईन माध्यम से चल रहे थे। यह सेन्टर बंद था।
राव ने इसके क्लास रूम एवं हॉस्टल का निरीक्षण किया। हॉस्टल में और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देंश दिये, ताकि छात्र-छात्राओं को शिक्षण के दौरान कोई परेशानी नहीं हो। इस अवसर पर प्रशिक्षण दे रहे शिक्षकों से बातचीत की। उनका मनोबल बढ़ाया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (प्रसाशन) यूपी नारायण, विभागाध्यक्ष (सीएसआर) एसएस लाल, निदेशक (कार्मिक) के तकनीकी सचिव गुंजन सिन्हा, मुख्य प्रबंधक (सीएसआर) संजय कुमार एवं अन्य सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करते हुये उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि झारखंड की राजधानी रांची के गांधीनगर स्थित ‘सीसीएल के लाल एवं लाडली’ सेंटर में जरूरतमंद बच्चों को नि:शुल्क आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी करायी जाती है। इस योजना के तहत राज्य के ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे प्रतिभाशाली बच्चों को डीएवी स्कूल गांधीनगर में दाखिला कर नि:शुल्क शिक्षण, आवास एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराया जा रहा है। सीसीएल के लाल एवं सीसीएल की लाडली के बच्चों का चयन 10वीं कक्षा के बाद किया जाता है। सभी छात्रों को 11वीं और 12वीं कक्षा के साथ-साथ आईआईटी-जेईई का भी नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है।
इसके पूर्व निदेशक (कार्मिक) से राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष बबन रावत एवं अन्य से रांची स्थित सर्किट हाउस में भेंट किया।