ऑक्‍सीजन प्‍लांट लगने का समान लेकर स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र में खड़ा है ट्रक, करार रद्द

झारखंड मुख्य समाचार सेहत
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प्रशांत अंबष्‍ठ

बोकारो। जिले के तेनुघाट और गोमिया स्वास्थ्य केंद्र में डीएमएफटी फंड से लगने वाले ऑक्सीजन प्लांट के निविदा करार को रद्द कर दिया गया। दोनों प्‍लांट के निर्माण पर करीब 22 करोड़ खर्च होनी है। वर्कऑर्डर मिलने के बाद प्‍लांट के प्रयोग होने वाला समान लेकर कंपनी का ट्रक गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच चुका है।

तीन सदस्‍यीय कमेटी ने की जांच

पदभार ग्रहण करने के बाद नव पदस्थापित उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने इसकी जांच के लिए तीन स्‍दस्‍यीय कमेटी बनाई। कमेटी में चास एसडीओ दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर एनपी सिंह और भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता थे। कमेटी ने जांच कर उक्त निविदा को रद्द कर दिया है। जांच में अधिक दर पर ऑक्सीजन प्लांट लगाने का करार किए जाने का मामला सामने आ रहा है।

एडवांस में दी गई थी राशि

जानकारी के मुताबिक पूर्व उपायुक्त राजेश सिंह द्वारा डीएमएफटी फंड से 22 करोड़ की लागत से तेनुघाट और गोमिया स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए कोटेशन के आधार पर निविदा मंगाया गया था। इसके बाद इसे फाइनल कर दिया गया। इस दौरान प्लांट लगाने वाली कंपनी को बतौर एडवांस एक करोड़ रुपए की राशि भी निर्गत कर दी गई।

17 जुलाई को पहुंचा ट्रक

इसके बाद दिल्ली से ऑक्सीजन प्लांट का सामान पिछले 17 जुलाई को गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आ गया। तभी से ट्रक सामान लेकर खड़ा है। जानकारी के मुताबिक डीएमएफटी फंड में उपायुक्त संचिका में आदेश देते हैं। उप विकास आयुक्त और खनन पदाधिकारी के संयुक्त हस्ताक्षर से राशि का भुगतान किया जाता है।

कुछ बोलने को तैयार नहीं

उधर, गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी हलन बारला ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार किया। ट्रक चालक पिंटू ने बताया कि ट्रांसपोर्टर द्वारा बताया गया है कि कंसाइनमेंट कैंसिल कर दिया गया है। इस कारण गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के गोदाम में इसे खाली किया जाना है। हालांकि यहां ऑक्सीजन प्लांट के सामान को खाली नहीं किया जा रहा है।