टाटा स्टील माइनिंग और जिंदल स्टेनलेस ने कॉमन बाउंड्री की माइनिंग के लिए किया एमओयू

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भुवनेश्वर। टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड (टीएसएमल) और जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड (जेएसएल) ने 16 जुलाई, 2021 को ओडिशा के जाजपुर जिले के सुकिंदा में स्थित अपनी खदानों के बीच की सीमा में क्रोम ओर का संयुक्त रूप से पता लगाने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इससे क्रोमाइट ओर के संरक्षण में मदद मिलेगी, जो अन्यथा हमेशा के लिए खनन किए बिना छोड़ दिया जाता। यह साझेदारी अभिनव तरीके से सस्टेनेबल क्रोम ओर की माइनिंग का एक उदाहरण है। यह ओडिशा राज्य, टीएसएमएल और जेएसएल के लिए एक विन-विन पार्टनरश्पि है। दोनों कंपनियां अब संयुक्त रूप से खनन कार्य शुरू करने से पहले संबंधित प्राधिकरणों से आवश्यक वैधानिक अनुमोदन प्राप्त करने के लिए कदम उठाएंगी।

टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एमसी थॉमस और जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड के वाईस प्रेसिडेंट (प्रोजेक्ट) शशिभूषण उपाध्याय ने भुवनेश्वर में एमओयू पर हस्ताक्षर किया। जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड के चेयरमैन रतन जिंदल, जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अभ्युदय जिंदल और दोनों कंपनियों के अन्य वरीय अधिकारी इस विशेष अवसर पर वर्चुअली मौजूद थे।

इस मौके पर एमसी थॉमस ने कहा कि आज हमारे एक मूल्यवान ग्राहक और भागीदार जेएसएल के साथ इस प्रोजेक्ट की शुरुआत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। हम सस्टेनेबल माइनिंग के लिए प्रतिबद्ध हैं। विशेष रूप से खनन उद्योग में इस तरह की एक संयुक्त पहल मिनरल कंजरवेशन और सस्टेनेबिलिटी के बड़े हित में सहयोग करने के लिए संस्थानों के लिए उदाहरण स्थापित करेगी। ये टेक्नोलॉजी, मिनरल कंजरवेशन और सेफ्टी के माध्यम से माइनिंग के तरीके को फिर से परिभाषित करेंगे।

इस अवसर पर अभ्युदय जिंदल ने कहा कि यह एक बहुत ही अनूठा सहयोग है, जहां जेएसएल और टीएसएमएल संयुक्त खनन प्रयास से अधिकतम मूल्य प्राप्त करेंगे। यह प्रयास बिना किसी प्रतिकूल पर्यावरणीय प्रभाव के क्षेत्र में ओर की उपलब्धता को बढ़ाएगा, क्योंकि यह पहले से ही खोजा गया क्षेत्र है। इस कदम से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा। जिम्मेदार संस्थानों के रूप में, हम इस क्षेत्र में सस्टेनेबल माइनिंग गतिविधि के लिए प्रतिबद्ध हैं।