रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम एवं पर्यावरण विभाग ग्रामीण कृषि मौसम सेवा नियमित बुलेटिन करता है। बुलेटिन की परामर्श आधारित खेती में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गुरुवार को कृषि मौसम एवं पर्यावरण विभाग की वैज्ञानिक डॉ प्रज्ञा कुमारी ने गुमला के रिटायर्ड फौजी किसान ठेमा भगत को सम्मानित किया।
रिटायर्ड फौजी झारखंड के गुमला जिले के घाघरा प्रखंड में स्थित बेलागड़ा गांव के प्रगतिशील किसान हैं। ऑल इंडिया को-ऑर्डिनेटेड प्रोजेक्ट ऑन एग्रोमैट्रोलोजी केंद्र, हैदराबाद के स्थापना दिवस के अवसर पर मौसम खेती परामर्श आधारित खेती में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए झारखंड पुरस्कार के लिए उनका चयन किया गया था। उसे डॉ प्रज्ञा ने बेलागड़ा गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदान किया।
डॉ प्रज्ञा ने बताया कि ठेमा भगत फौज से सेवानिवृत्ति के बाद खेती को जीवन यापन का साधन बनाया। उन्होंने खेती की नई- नई तकनीकों को अपनाकर गांव ही नहीं, बल्कि प्रखंड स्तर पर अपनी पहचान स्थापित की है। वे विश्वविद्यालय द्वारा सप्ताह में दो बार जारी मौसम पूर्वानुमान पर आधारित कृषि सलाह के आधार पर फसलों की उन्नत एवं परामर्श का पालन बेहतर खेती करते हैं। साथ ही अन्य स्थानीय किसानों को प्रेरित करते हुए सलाह देते हैं।
ठेमा भगत ने एकीकृत कृषि प्रणाली को भी अपना उद्यम बना रखा है। उन्हें पुरस्कृत करने की अनुशंसा गांव के लोगों ने की थी। हैदराबाद केंद्र द्वारा देश में परियोजना संचालित राज्यों के एक-एक किसान को पुरस्कृत किया गया था। मौके पर विभाग के डॉ बबली एवं संजीव कुमार सहित गांव के करीब 50 महिला एवं पुरूष किसान मौजूद थे।