
दुमका। कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष मासव्यापी श्रावणी मेला का आयोजन नहीं किया जा सकेगा। श्रद्धालु बासुकीनाथ धाम की ओर नहीं आएं। मंदिर में प्रवेश वर्जित है। उक्त अनुरोध जिला प्रशासन की ओर से किया गया है।
इस मामले को लेकर 22 जुलाई को उपायुक्त रविशंकर शुक्ला और पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने बासुकीनाथ मंदिर स्थित प्रशासनिक भवन सभागार में बैठक की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष मासव्यापी श्रावणी मेला का आयोजन नहीं किया जा सकेगा। पंडा धर्मरक्षिणी सभा और जन प्रतिनिधि ने भी आश्वासन दिया है कि प्रशासन के साथ मिलकर इस विषम परिस्थिति में पूर्ण सहयोग किया जाएगा।
उपायुक्त ने मेला के आयोजन नहीं होने के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिया। कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में इस आशय के होर्डिंग लगाए जाएं। अन्य जिलों और राज्यों से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में चेक पोस्ट बनाये गए हैं। सभी चेक पोस्ट पर प्रतिनियुक्त सुरक्षा बल के जवान श्रद्धालुओं को मेला के आयोजन नहीं होने और मंदिर में प्रवेश वर्जित के बारे में जानकारी दें, ताकि उन्हें कठिनाई नहीं हो। उन्होंने मंदिर के सभी प्रवेश द्वार पर बैरिकेडिंग करने का भी आदेश दिया। इस दौरान उपायुक्त ने भवन निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि हाथी द्वार के मरम्मत का कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाय।
इसके बाद उन्होंने मेला क्षेत्र का भ्रमण किया। स्थानीय लोगों से बातचीत भी की। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मेला का आयोजन नहीं किया जा रहा है। श्रद्धालुओं से अनुरोध है वे बासुकीनाथ धाम के ओर प्रस्थान नहीं करें। मंदिर में प्रवेश वर्जित है। पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल प्रतिनियुक्त किये जायेंगे। सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल मौजूद रहेंगे।