दुनिया के सबसे सफल निवेशकों में शामिल खरबपति वॉरेन बफेट ने बुधवार को बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के ट्रस्टी के ओहदे से इस्तीफा दे दिया। यह फाउंडेशन दुनिया की सबसे बड़े निजी चैरिटेबल संस्थाओं में शामिल है। वॉरेन बफेट इस फाउंडेशन के ट्रस्टी होने के साथ ही साथ इसके सबसे बड़े दानदाताओं में भी शामिल हैं। वे लगातार ट्रस्ट को दान देते रहते हैं। बुधवार को भी इस्तीफा देने के साथ ही उन्होंने ट्रस्ट को 4.1 अरब डॉलर मूल्य के बर्कशायर हैथवे के शेयर दान करने का एलान किया।
वॉरेन बफेट ने पिछले साल भी अपने बर्कशायर के करीब 2 अरब डॉलर के शेयर गेट्स फाउंडेशन को दान कर दिए थे। उन्होंने 2006 में ही एलान कर दिया था कि अपने निधन से पहले वे अपनी 99 फीसदी दौलत इंसानियत की भलाई के कामों में खर्च करने के लिए दान कर देंगे। अपने इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए वे लगातार दान करते रहते हैं। बुधवार को 4.1 अरब डॉलर यानी करीब 30 हजार 392 करोड़ रुपये की संपत्ति दान करने की घोषणा करने के साथ ही बफेट ने कहा कि उन्होंने अपना आधा लक्ष्य हासिल कर लिया है।
बफेट ने एक बयान में कहा, “आज के 4.1 अरब डॉलर के योगदान के साथ ही मैंने आधा रास्ता पार कर लिया है।” 90 साल के वॉरेन बफेट ने साल 2006 में ही अपनी 99 फीसदी दौलत समाजसेवा के कामों के लिए दान करने का एलान कर दिया था। उसके बाद से ही वे पांच चैरिटेबल संस्थाओं को हर साल बड़ी रकम दान में देते आ रहे हैं।
हालांकि अपने बयान में वॉरेन बफेट ने यह साफ नहीं किया है कि वे गेट्स फाउंडेशन के बोर्ड से इस्तीफा क्यों दे रहे हैं। उन्होंने संस्था के मौजूदा सीईओ और उनके कामकाज के प्रति अपने समर्थन का इजहार जरूर किया है। दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स और उनकी पत्नी मेलिंडा गेट्स 27 साल के वैवाहिक जीवन के बाद मई में तलाक की अर्जी दे चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने गेट्स फाउंडेशन के कामकाज में एक-दूसरे का सहयोग करने का वादा किया है।
21 साल पुराना बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन का नाम दुनिया भर में स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले सबसे प्रमुख संगठनों में शामिल है। अपने दो दशक के कामकाज के दौरान यह फाउंडेशन 50 अरब डॉलर से ज्यादा रकम गरीबी और बीमारियों के खिलाफ लड़ाई में खर्च कर चुका है।