नई दिल्ली। भारत में इसी हफ्ते से स्पूतनिक वी वैक्सीन की डोज लगनी शुरू हो जाएगी। इस बीच स्पूतनिक वी वैक्सीन को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। स्पूतनिक वी वैक्सीन को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह भारत में तेजी से अपना प्रभाव दिखा चुके डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ भी बेहद असरदार है। न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, गामालेया सेंटर के अध्ययन में यह बात सामने आयी है। कंपनी का दावा है कि अब तक जितनी वैक्सीन ने इस स्ट्रेन को लेकर नतीजे जारी किए हैं, उन सभी में बेहतर नतीजे स्पूतनिक वी के हैं।
स्पुतनिक वी वैक्सीन कोरोना के खिलाफ 90 फीसदी से ज्यादा असरदार है। वहीं, अब इसके डेल्टा वेरिएंट पर भी बेहद प्रभावी होने की बात सामने आ रही है। शोधकर्ताओं का दावा है कि स्पूतनिक वी भारत में मिले कोरोना वायरस के वेरिएंट के खिलाफ पर्याप्त एंटीबॉडी बनाती है। इससे पहले गामालेया सेंटर के डायरेक्टर जिंट्सबर्ग ने अप्रैल के आखिर में रूसी न्यूज एजेंसी तास से बातचीत में कहा था कि स्पूतनिक वी भारत में मिले वेरिएंट के खिलाफ भी असरदार होगी।
स्पूतनिक वी को लेकर यह दावा किया जाता है कि इससे इम्यून सिस्टम को ज्यादा बेहतर बनाने में मदद मिलती है। जानकारी के मुताबिक, स्पूतनिक वी को कोल्ड-टाइप वायरस से बनाया गया है। वायरस को इंजिनियर करके इससे होने वाला खतरा खत्म किया जाता है और फिर इसे कैरियर के तौर पर इस्तेमाल करके शरीर में कोरोना वायरस का एक हिस्सा पहुंचाया जाता है।
उल्लेखनीय है कि भारत में स्पूतनिक वी वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मिल चुकी है। अब 20 जून से इस वैक्सीन को आम जनता को लगाया जाएगा। बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अपोलो अस्पताल में स्पूतनिक वैक्सीन लगनी शुरू भी हो चुकी है। बीते रविवार को अपोलो अस्पताल के 170 सदस्यों को वैक्सीन लगाई गई। इससे पहले डॉ. रेड्डी लोबोरेटरीज के कर्मचारियों को ही ये वैक्सीन लगाई जा रही थी। डॉ. रेड्डीज ही भारत में स्पूतनिक वैक्सीन का डिस्ट्रिब्यूटर है, स्पूतनिक वी वैक्सीन फिलहाल दुनिया के 67 देशों में दी जा रही है।