रांची। कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरे से निपटने के लिए झारखंड सरकार तैयार है।
कहा जा रहा है कि तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा इफेक्टिव होंगे। ऐसे में इलाज की समुचित व्यवस्था की गयी है। यहां बता दें कि बच्चे जब बीमार पड़ते हैं, तो घरवाले उन्हें लेकर सीधा हॉस्पिटल का रुख करते हैं। वहीं स्थिति गंभीर होने पर उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में इसिलए ले जाते हैं, क्योंकि वहां की व्यवस्था दुरुस्त होती है।
इसके लिए उन्हें जेब भी ढीली करनी पड़ती है। यहां तक कि उन्हें लाखों का बिल चुकाना पड़ता है। कई बार तो बच्चों का इलाज यदि लंबा चल जाये, तो घर और जमीन भी बेचने की नौबत आ जाती है।
लेकिन अब रांची के लोगों को प्राइवेट हॉस्पिटल की तर्ज पर हाइटेक फैसिलिटी सदर हॉस्पिटल में ही मिलेगी। जहां बच्चों के लिए पेडियाट्रिक आइसीयू और एचडीयू जैसी सुविधा मिलेगी।
इसके वार्ड बन कर तैयार हैं। इन सुविधाओं के लिए एक रुपया भी खर्च नहीं करना होगा। बता दें कि थर्ड वेव में बच्चों के चपेट में आने की आशंका को लेकर ये वार्ड तैयार किये गये हैं, जिसका भविष्य में भी लाभ इलाज के लिए आनेवाले बच्चों को मिलता रहेगा।