महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की हुई है हत्‍या, सीबीआई जांच हो : कांग्रेस

झारखंड
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रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने साहेबगंज की महिला थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर रूपा तिर्की की आत्महत्या को नकारते हुए उसे हत्या की संज्ञा दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सीबीआई जांच की मांग की है।

पार्टी की प्रदेश प्रवक्‍ता की प्रवक्ता आभा सिन्हा ने कहा कि रूपा तिर्की दृढ़ इच्छाशक्ति, सहनशीलता की मूर्ति थी, पर उसके द्वारा स्वयं आत्महत्या करना समझ से परे है। उसकी हत्या की वास्तविकता सबके सामने आनी चाहिए। एक आदिवासी महिला बैंकिंग सेक्टर में काम करते हुए अपनी काबलियत की बदौलत वर्ष 2018 में हीं सब-इंस्पेक्टर बनी। वह स्वयं आत्महत्या नहीं कर सकती है। साथ हीं कुछ कौतुहल जो आत्महत्या को दर्शाता है, उसकी वास्तविकता कुछ और ही होगी।

प्रवक्‍ता ने कहा कि कुछ प्रश्न रूपा तिर्की की आत्महत्या को हत्या की ओर इंगित करता है, जैसे रस्सी कहां से आयी। ऐसी रस्सी घरों में नहीं होती है। गले पर रस्सी के दो निशान हैं। उपरवाला निशान फांसी पर लटकने से पड़ता है। नीचे वाला निशान गला घोंटने से पड़ता है। बहुत अलग किस्म की रस्सी से फांसी लगाई गई। आत्महत्या अमूमन जोश में डिप्रेशन में की जाती है और चुन्नी या साड़ी से होती। उसकी टांगों पर क्लोटिंग जैसा है, जैसे किसी ने देर तक पकड़ा हो। कपड़ा और बाल अस्त-व्यस्त नहीं है, बल्कि व्यवस्थित है। कमर पर तौलिया बंधा था। दम घुटने पर हाथ-पैर हिलाते हैं। छटपटाते हैं, जिससे तौलिया खुल सकता था। सिर्फ चेहरा काला है, जो जहर से भी हो सकता है।

श्रीमती सिन्हा ने कहा कि रूपा तिर्की की हत्या एक सोची-समझी साजिश के तहत की गयी है। इसे आत्महत्या का नाम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में महागठबंधन की सरकार है। मुख्यमंत्री भी एक आदिवासी ही हैं। ऐसे में रूपा तिर्की को न्याय मिलना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। श्रीमती सिन्हा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उक्त घटना की सीबीआई जांच कराते हुए दोषी लोगों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी प्रशासनिक अधिकारी, किसी की बेटी या बहू के साथ ऐसी घटना की पुनरावृति नहीं हो।