केंद्रीय सहायता का झारखंड सरकार श्वेत पत्र जारी करे : दीपक प्रकाश

झारखंड
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रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने राज्य की मुख्य सत्ताधारी पार्टी झामुमो को आड़े हाथो लिया। उन्‍होंने कहा कि झामुमो को झूठ की खेती बंद करनी चाहिए। राज्य शासन की यह मुख्य पार्टी है। इसलिये इनके नेताओं को गैर जिम्मेदाराना बयान से बचना चाहिये। जनता ने अगर सत्ता सौंपी है तो जनता की ईमानदारी से सेवा करनी चाहिये, ना कि अपनी नाकामियों को छिपाने के लिये केवल केंद्र पर दोषारोपण।

प्रकाश ने कहा कि केंद्र सरकार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में झारखंड को हर संभव सहायता उपलब्ध करा रही है। राज्य सरकार संसाधनों का प्रबंधन भी ठीक से नहीं कर पा रही। परिणामस्वरूप जनता बेहाल है। मरीज तड़प तड़प कर मरने को विवश हैं। झामुमो का आरोप बिल्कुल निराधार है। उन्होंने मांग की कि केंद्रीय सहायता का झारखंड सरकार श्वेत पत्र जारी करे। सब दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा।

प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य को 79 हजार रेमेडिसीवीर दिया है। झामुमो इसे 29 हजार बता कर झूठ फैला रहा। यही झारखंड है जहां इस दवा की कालाबाजारी पर गिरफ्तारी हुई है। इसे राज्य सरकार केवल दिखावे के सीआईडी जांच से रफा दफा करना चाहती है। यही हाल वैक्सीन का है। वैक्सीन रहते हुए भी सरकार ने गलत बयानी की। कुप्रबंधन की हालत ऐसी की अस्पतालों में बेड, वेंटीलेटर की खुलेआम बोली लगाई जा रही। यह सरकार भर्ती मरीजों को भोजन और दवा भी उपलब्ध नहीं करा पा रही।

प्रकाश ने कहा कि राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स भी कुव्यवस्था से जूझ रहा। रिम्स प्रबंधन को आवश्यक उपकरण, दवाओं की खरीद की शक्ति नहीं। टेंडर प्रक्रिया में मरीजों की जान जा रही, जबकि कोविड के इस दौर में राज्य सरकार को नियमों को शिथिल कर प्रबंधन को अधिकार देने की जरूरत है।

प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि हेमंत सरकार वेंटीलेटर का रोना रोती है। सच्चाई यह है कि राजधानी रांची के सदर अस्पताल में 150 वेंटीलेटर एनेस्थेटिक की बाट जोह रहे। रिम्स में एनेस्थेटिक हैं, परंतु वेंटीलेटर नहीं। अब इसे सरकार की नाकामी मानी जाए या कुप्रबंधन यह झामुमो ही बताये। पीएम केयर फंड से मिले अन्य जिलों के वेंटीलेटर में कबाड़ बने हुए हैं। अभी केंद्र सरकार ने राज्य को अतिरिक्त 1500 वेंटीलेटर दिए हैं।

प्रकाश ने कहा कि यही हाल ऑक्सीजन प्लांट का है। ये मांग तो खूब करते है, परंतु राज्य सरकार बताये की चार जिलों में एक साल बीत जाने के बाद भी ऑक्सीजन प्लांट क्यों नहीं चालू हुआ। आज केंद्र सरकार की सहायता से सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो रहे।

प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि ये ऐसी सरकार है, जिसमें दिन रात जान की बाजी लगाकर मरीजों की सेवा कर रहे डॉक्टर्स कई महीनों से वेतन के लिये तरस रहे हैं। सरकार उर्दू शिक्षकों के वेतन की केवल चिंता कर रही। यह राज्य के लिये दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।

झामुमो के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा के सांसद दोनों सदनों में राज्य के सवाल पर लगातार सक्रिय रहते है, परंतु झामुमो यह बताये कि उनके सांसदों ने क्या किया। सवाल उठाना तो दूर झामुमो यह बताये की उनके सांसदों ने सदन में कितना भाग लिया। उपस्थित हुए।

प्रकाश ने कहा कि प्रधानमंत्री को राज्य की पूरी चिंता है। केंद्र सरकार ने कोविड सुविधा के अतिरिक्त गरीबों के लिये फिर दो महीने के लिये मुफ्त अनाज की व्यवस्था की है। साथ ही पंचायतों के माध्यम से कोविड काल में व्यवस्था के लिये झारखंड को लगभग 250 करोड़ की सहायता उपलब्ध कराई है।