पहाड़ लांघकर पानी लेने जाते थे ग्रामीण, फिर उठाया ये कदम

झारखंड सरोकार
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खूंटी। झारखंड के खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड अंतर्गत गुटुहारतु पंचायत के चुंदीबुरू, लतरडीह, बोरतोडीह और बुद्धडेरा के ग्रामीण इन दिनों पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। चुंदीबुरू में 28 और बुद्धडेरा में 12 परिवार हैं। बुद्धडेरा के ग्रामीण लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर एक पहाड़ की उंचाईयों को लांघकर पानी लेने चुंदीबुरू के सीमान के पास छोटे से गड्ढ़े के पास आते हैं। अन्य गांवों की स्थिति भी ऐसी ही है। इन गांवों में कुदागढ़ा नामक एक पहाड़ी नाला सईल रकब डोम्बारीबुरू से उतर कर इन गांवों से गुजरती है। इन दिनों यहां थोड़ा पानी बचा हुआ है। इसमें सभी टोलों के लोग नहाने-धोने और मवेशियों को पानी पिलाने का काम करते हैं।

पानी की समस्या पर हुई थी बैठक

एक अप्रैल को इन चार टोलों के ग्रामीणों ने पानी की समस्या को लेकर बैठक की थी। इसके बाद सेवा वेलफेयर सोसाईटी, जिला प्रशासन और ग्राम सभाओं के संयुक्त तत्वावधान में चलाये जा रहे जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के तहत बोरीबांध बनाने का निर्णय लिया गया था। इसके आलोक में शनिवार को कुदागढ़ा में मदईत (श्रमदान) से नाले पर बोरीबांध का निर्माण किया गया। ग्रामीणों के साथ सोसाईटी के लोग भी बोरीबांध बनाने में जुटे थे।

प्यास से परेशान लोग पानी रोकने में जुटे

बोरीबांध निर्माण ग्रामीणों ने तेज धूप के बीच की। लोग पसीने से तर-ब-तर थे। प्यास लगी थी, लेकिन पीने को पानी नहीं मिल रहा था। तब कुछ लोगों ने बांध के बगल में गड्ढ़ा खोदकर पानी पीया। बाद में एक किलोमीटर दूर से पानी लाया गया। तब जाकर लोगों की प्यास बुझी।

इन ग्रामीणों ने किया श्रमदान

खुदिया मुंडा, कालो हस्सा, सुरजू मुंडा, मुचिराय मुंडा, बिरसा पाहन, गोंदा मुंडा, मोहन सिंह मुंडा, गंगा मुंडा, महादेव मुंडा, दुखन पाहन, कलंग मुंडा, जगाय मुंडा, मानसिंह मुंडा समेत अन्य ग्रामीण।