जीएसटी अंकेक्षण हटने से करदाता को फायदा से ज्यादा नुकसान : गौरव गुप्ता

झारखंड
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रांची। दी इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की रांची शाखा ने 20 मार्च को ‘जीएसटी में हुए वर्तमान संशोधनों’ पर वेबिनार का आयोजन किया। इसमें नई दिल्ली से विशेषज्ञ वक्‍ता डॉ गौरव गुप्ता जुड़े। उन्‍होंने कहा कि‍ सरकार जीएसटी अंकेक्षण को समाप्त करने के लिए इस बजट सत्र में प्रस्ताव लायी है। इससे करदाता को नुकसान होगा। यदि करदाता द्वारा किसी प्रकार की त्रुटि हुई हो तो जीएसटी अंकेक्षण के समय इसमें सुधार किया जा सकता है।

डॉ गुप्‍ता ने कहा कि आने वाले समय में जब तक इनपुट जीएसटी पोर्टल में नहीं दिखेगा, तब तक इसका क्रेडिट नहीं लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार इ-वे बिल नकली जीएसटी बिलों से बचने के लिए एक उपाय के रूप में लायी है। इसलिए इ-वे बिल जारी करने से पहले काफी सावधानी बरतनी होगी। उन्‍होंने जीएसटी में हुए वर्तमान बदलावों पर चर्चा करते हुए जीएसटी से संबंधित महत्वपूर्ण जजमेंट के बारे में भी विस्तार से बताया।

वेबिनार की शुरुआत में इंस्टिट्यूट की रांची शाखा के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने विशेषज्ञ वक्ता सीए (डॉ) गौरव गुप्ता और इससे जुड़े लगभग 100 चार्टर्ड अकाउंटेंट का स्वागत कि‍या। उन्‍होंने कहा कि‍ यूनियन बजट-2021 में जीएसटी में काफी महत्वपूर्ण संसोधन किये जाने वाले हैं। इस वेबिनार के माध्यम से उसे समझने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि‍ 24 मार्च, 2021 को ‘बैंक ब्रांच ऑडिट’ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन रांची के होटल कैपिटॉल हिल में किया गया है। चार्टर्ड अकाउंटेंट को अप्रैल में बैंको के वैधानिक अंकेक्षण करना है। उनके लिए यह कार्यशाला काफी महत्वपूर्ण है।

इस वेबिनार का संचालन इंस्टिट्यूट की रांची शाखा की सीपीइ कमेटी की अध्यक्ष मनीषा बियानी ने किया। उन्होंने वेबिनार में उपस्थित चार्टर्ड अकाउंटेंट के सवालों को भी विशेषज्ञ वक्ता के समक्ष रखा। रांची शाखा के सचिव प्रभात कुमार ने धन्यवाद किया। वेबिनार के आयोजन में इंस्टिट्यूट की रांची शाखा के उपाध्यक्ष विनीत अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य संदीप जालान, निशा अग्रवाल और पंकज मक्कड़ का योगदान रहा।