लगभग सूख चुकी बनई नदी में एक घंटे में जमा हो गया पानी

झारखंड
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  • जोश से लबरेज चिरूहातु के ग्रामीणों ने घंटे भर में बना डाला बोरीबांध

खूंटी। लगभग सूख चुकी बनई नदी में पानी जमा होता देख ग्रामीण खुशी से झूम उठे। यह संभव हो पाया बोरीबांध से। जिला प्रशासन, सेवा वेलफेयर सोसाईटी और चिरूहातु ग्रामसभा के संयुक्त तत्वावधान में जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के तहत चिरूहातु गांव की महिला-पुरूष, युवक-युवतियों ने पूरे जोश के साथ महज एक घंटे में मदईत परंपरा के तहत बनई नदी पर 50 फीट लंबा बोरीबांध बना डाला। इसके बाद गांव के लोगों ने एक और बांध बनाया। ग्रामीणों का उत्साहवर्द्धन करने जिले के डीडीसी अरूण कुमार सिंह, परियोजना पदाधिकारी पी अग्रवाल चिरूहातु गांव पहुंचे।

पानी देखकर खेती की योजना बनाने लगे ग्रामीण

बांध बनने के बाद ग्रामीणों में खुशी थी। लगभग सूख चुकी बनई नदी में तेजी से पानी का भंडारण होने लगा। पानी देख किसान खेती करने की योजना बनाने लगे। ग्रामीणों ने कहा कि कृषि कार्य के लिए बिजली के तार खेतों तक पहुंचा दिये गए हैं। हालांकि बिजली की आपूर्ति नहीं की जा रही है। अगर बिजली मिल जाएगी तो बोरीबांध के पानी से 40 से 50 एकड़ में खेती की जा सकेगी।

डीडीसी ने जमीन पर बैठ ग्रामीणों संग किया भोजन

डीडीसी अरूण कुमार सिंह और परियोजना पदाधिकारी पी अग्रवाल चिरूहातु पहुंचकर ग्रामीणों का हौसला बढ़ाया। ग्रामीणों की इस खुशी में अधिकारी भी शामिल हुए। गांव की महिलाओं ने डीडीसी, परियोजना पदाधिकारी, ग्रामप्रधान सुशील संगा, रेवा गांव के राजेश महतो और सेवा वेलफेयर सोसाईटी के अध्यक्ष को एक साथ जमीन पर बैठा कर आदर के साथ भोजन कराया।

जल संचयन अभियान बन गया है आंदोलन : डीडासी

चिरूहातु पहुंचे डीडीसी अरूण कुमार सिंह ने कहा कि सेवा वेलफेयर सोसाईटी द्वारा शुरू किया गया जनशक्ति से जलशक्ति अभियान अब आंदोलन बन चुका है। लोग यह समझने लगे हैं कि जीवन को बचाने के लिए जल को बचाना होगा। उन्होंने कहा कि चिरूहातु में बना बोरीबांध मनुष्य सहित सृष्टि के सभी जीवों को गर्मी के दिनों में राहत देने का काम करेगा। बांध के अगल-बगल सूखे खेत हरे भरे होंगे।

गांव के सीमान में और बनेंगे बोरीबांध : ग्रामप्रधान

चिरूहातु गांव के ग्रामप्रधान सुशील संगा ने कहा कि गांव के लोगों में बोरीबांध बनने के बाद उमंग है। हम ग्रामीण अपने गांव के सीमान में और भी बोरीबांध बनाऐंगे। इसके बनने से गांव में अच्छी खेती होगी और ग्रामीणों का जीवन स्तर उपर उठेगा। दूसरी ओर भूगर्भ जल स्तर जो तेजी से नीचे जा रहा है, उपर आएगा।

अभियान में जुड़कर काम करूंगा : राजेश

रेवा गांव के राजेश महतो ने कहा कि बोरीबांध का आईडिया खूंटी के लिए वरदान है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा कि जिले के अन्य इलाकों में भी ग्रामीणों को जागरूक कर बोरीबांध् का निर्माण कराऐंगे। उन्होंने कहा कि वे जिला प्रशासन, सेवा वेलफेयर सोसाईटी और ग्रामसभाओं के द्वारा चलाये जा रहे इस अभियान के साथ जुड़कर काम करेंगे। यह उनका सौभाग्य है।

मदईत करने वालों में शामिल थे

ग्रामप्रधान सुशील संगा, रेवा के राजेश महतो, चेपा मुंडा, जीतन मुंडा, तेतरी तिडू, र्कीति धान, सुमी कच्छप, सरिता तोपनो, शिरीन संगा, लुसिया मुंडा, सुषमा मुंडा, शांति धान, सोनी देवी, सुरेश मुंडा, नंदवा मुंडा, फागु उरांव, ठनका मुंडा, जेठू मुंडा, सोमा संगा, बेलु पाहन समेत गांव के सभी महिला-पुरूष, युवक-युवती शामिल थे।